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Thursday, 14 January 2016

चीन भारत युद्ध इतिहास एवम विफलता के कारण

by Amar Ujala Now  |  in सामान्य ज्ञान at  01:33
National Solidarity Day China India War Yuddh Date Result History Essay In Hindi चीन भारत युद्ध इतिहास एवम विफलता के कारण जरुर पढ़े और जाने कैसे उस वक्त रक्षा बल एवं सियासी बलों के कारण भारत को हार का सामना करना पड़ा |

China India War Yuddh History

भारत चीन युद्ध का इतिहास

इतिहास के पन्नो में दर्ज एक भयानक युद्ध जो भारत चीन के बीच 1967 में हुआ था | इस युद्ध में भारत को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन यह युद्ध हमारे देश को कूटनीति का मतलब सिखा गया था जिसे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरुसमझ नही पाये थे | उन्होंने खुद यह बात मानी थी कि वे इसे महज एक सामान्य झगड़ा ही समझ रहे थे जो बात चीत के जरिये समाप्त हो सकता था | उन्होंने स्पष्ट किया था कि भारत अपने ही बनाये दायरे में वास्तविक्ता से दूर था | कई हद तक हमारे सामने साक्ष्य मौजूद थे पर हमने अनदेखा किया |
इस युद्ध में हार के पीछे तात्कालिक सरकार को कठघड़े में खड़ा किया गया स्वयंराष्ट्रपति श्री राधाकृष्णन ने ये आरोप सरकार पर लगाये | स्पष्ट कहा गया यह युद्ध लापरवाही का परिणाम था |
इतिहास के कई पन्ने यह भी कहते हैं कि सरदार वल्लभभाई पटेल  को हमेशा से चीन की नियत पर शक था वे उसे मुँह पर कुछ पीठ पीछे कुछ और ऐसा संबोधित करते थे उन्होंने खुद इस बात का जिक्र पंडित जवाहरलाल नेहरु  से किया लेकिन नेहरू जी ने इस बात को भी अनदेखा कर दिया |
शायद इन्ही लापरवाही के चलते चीन ने भारत पर आक्रमण किया और भारत को हार का मुख देखना पड़ा लेकिन चीन के इस कदम से उसकी अंतराष्ट्रीय छवि पर गहरा आघात पहुँचा |

China India War Yuddh Date (National Solidarity Day)

कब हुआ था चीन भारत युद्ध

चीन ने भारत पर 20 अक्टूबर 1962 को आक्रमण किया यह युद्ध 21 नवंबर तक चला | भारत को इस युद्ध में हार का सामना करना पड़ा | 20 अक्टूबर का दिन National Solidarity Day (China attacked India on that day) के तौर पर याद रखा जाता हैं |
हालाँकि चीन ने 1959 से ही भारत पर छोटे-छोटे आक्रमण शुरू कर दिए थे | सीमा पर तनातनी का माहौल गहराने लगा था | शायद इसके पीछे का करण था | उस वक्त भारत ने दलाई लामा को शरण दी थी और ये बात चीन को हजम नहीं हुई और उसने कहीं न कहीं युद्ध का मन बना लिया |

China India War Yuddh Result

भारत चीन युद्ध स्थान एवं परिणाम:

भारत चीन मतभेद देश की आजादी के समय से ही चला आ रहा हैं |1962 का युद्ध सीमा युद्ध था लेकिन इसके पीछे कई कारण बताये जाते हैं | यह युद्ध भारत के उत्तरपूर्वी सीमा पर हुआ था | वर्तमान स्थिती के अनुसार यह क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश एवं चीन के अक्साई (रेगिस्तानी क्षेत्र ) था जहाँ यह युद्ध हुआ था | भारत चीन से नेपाल, भूटान एवं वर्तमान तिब्बत की सीमाओं से जुदा हुआ हैं इस प्रकार तीन अहम सीमायें हैं भारत एवं चीन के बीच |
सर्वप्रथम इस युद्ध का संकेत 1959 में हुए सीमावर्ती हमलो से मिला था | उस वक्त चीन ने लद्दाख कोंगकाला में सबसे पहले युद्ध का माहौल बनाया था जिसे भारत समझ नहीं पाया | उसके बाद 1962 में भारत के अरुणाचल प्रदेश एवम चीन के अक्साई दोनों क्षेत्रों में एक महीने तक युद्ध चला | यह युद्द ऊँची- ऊँची पहाड़ियों के बीच ज्यादा गहराया | इस युद्ध में भारत के तरफ से उचित निर्णय एवं कार्यवाही में काफी गलतियाँ हुई जिसका जिम्मेदार उस वक्त सरकार एवम अहम् मिलेट्री के ऑफिसर्स को बताया गया | 21 नवंबर को चीन ने युद्ध विराम की  घोषणा की | भारत को हार मिली लेकिन चीन ने भी कब्ज़ा किये क्षेत्रो को छोड़ने का ऐलान किया उसके बाद ही युद्ध खत्म हुआ | अन्तराष्ट्रीय स्तर पर चीन की छवि ख़राब हुई | और इस युद्ध से यह भी स्पष्ट हुआ कि भारत की राजनीती में बहुत से अलगाव हैं | आपसी मतभेद इस युद्ध के कारन सामने आ गये और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर जाहिर होने लगे |

भारत की हार का कारण

चीन से मिली हार के कई कारण थे लेकिन आज तक उन कारणों पर खुलकर बातचीत नहीं की गई |
  • रक्षामंत्री एवं कमांडर का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार : सबसे पहले इस मामले में ऊँगली कृष्ण मेनन पर उठी जो उस समय रक्षा मंत्री थे | इनके साथ लेफ्टिनेंट जनरल बीएम कौल जो उस समय उत्तर पूर्व क्षेत्र के कमांडर थे और उन्हें यह पोस्ट रक्षामंत्री के कारण मिली थी जबकि कौल के पास इस पोस्ट के लिए जो अनुभव होना चाहिये थे वे नहीं थे | कौल को किसी भी तरह के युद्ध का कोई अनुभव नहीं था इसके बावजूद इन्हें कमांडर बनाया गया | इस बात के लिए रक्षामंत्री को जिम्मेदार ठहराया गया |इस युद्ध में कौल बीमार हो गये लेकिन फिर भी युद्ध की जिम्मेदारी घर से पूरी की जिससे कई सैन्य अधिकारी ना खुश थे पर किसी ने इसका मुँह पर उल्लंघन नहीं किया क्यूंकि कौल मेनन के काफी खास थे | युद्ध आगे बढ़ता गया लेकिन जब कौल और मेनन की सच्चाई सभी के सामने आई तो स्वयम राष्ट्रपति ने इसका विरोध किया और मेनन को रक्षामंत्री पद से हटाया गया | कौल के खिलाफ भी कार्यवाही की गई |
  • ख़ुफ़िया एजेंसी प्रमुखों की नाकामयाबी : मलिक जो उस वक्त ख़ुफ़िया एजेंसी के प्रमुख थे | उन्होंने चीन के भारत के प्रति व्यवहार को सही तरह से नहीं परखा | ना ही उचित नीति बना पाया | चीन के संकेतो पर ख़ुफ़िया एजेंसी ने भी कोई कदम नहीं उठाये न ही इसके लिए सैन्यबल को पूर्व तैयारी के लिए बाध्य किया |
  • प्रधानमंत्री की लापरवाही : पंडित नेहरु उस वक्त इसी सोच में थे कि चीन युद्ध नही कर सकता क्यूंकि सोवियत संघ से उसके संबंध ख़राब हैं | इस तरह की नाफ़रमानी का परिणाम था यह बड़ा युद्ध जिसे केवल गैर जिम्मेदाराना हरकत के कारण भारत को लड़ना पड़ा और हार का मुंह देखना पड़ा |
  • इसमें सैन्य अधिकारीयों एवं ख़ुफ़िया एजेंसी का सबसे बड़ा हाथ थे क्यूंकि यही लोग पंडित नेहरु को वास्तविक्ता दिखा सकते थे लेकिन उनके मुँह पर उन्हें गलत कह देने की ताकत इन लोगो में नहीं थी जिसका फायदा चीन ने आसानी से उठा लिया |
  • युद्ध में हार कर कारण उचित एयरफोर्स का उपयोग ना करना भी बताया गया | अमेरिकी गुप्तचर में लिखा कि चीन के पास हवाई कार्यवाही के खिलाफ उचित प्रबंध नहीं था | अगर भारत इस बात का फायदा उठाता तो युद्ध का परिणाम भिन्न होता |
  • आखरी कारण यही तय किया गया कि भारत के पास कोई सही युद्ध नीति नहीं थी जिसके साथ वो इस युद्ध को काबू में कर पाता |

युद्ध के बाद भारत में कार्यवाही :

इस युद्ध के बाद भारत की सरकार को गहन आलोचना का पात्र बनाना पड़ा | राष्ट्रपति ने स्वयं सरकार की एवं रक्षाबलो की नीतियों की निंदा की | परिणाम स्वरूप रक्षामंत्री मेनन को 9 नवम्बर को पद से निरस्त किया गया |युद्ध में कई सैनिक मारे गए देश के अस्थिरता आने लगी |
इस युद्ध के कारण भारत को चीन की नियत का पता चला हिंदी चीनी भाई भाई के नारे का विरोध हुआ और भारत को कूटनीति का महत्व समझ आया |
हार के कारणों के पता करने के लिए कमेटी बनाई गई जिसमे जनरल हेंडरसन ब्रुक्स एवम पी एस भगत ने उचित कार्यवाही की और कारणों को खोज कर हेंडरसन-ब्रूक्स-भगत रिपोर्ट में लिखा गया जिसे आज तक पूरी तरह सबके सामने नही रखा गया | शायद इसका कारण यही था कि इस युद्ध के अहम् कारण प्रधानमंत्री नेहरु की विफलता थी |
National Solidarity Day China India War Yuddh Date Result History Essay चीन भारत युद्ध इतिहास एवम विफलता के कारण जानने के बाद आप अपनी राय जरुर दे |

Wednesday, 13 January 2016

दिल्ली सरकार की नयी एजुकेशनल लोन स्कीम सुविधा

by Amar Ujala Now  |  in सरकारी योजनाये at  03:18
Delhi Government Educational Loan Upto 10 lakh Details In Hindi दिल्ली सरकार ने एक नयी एजुकेशन लोन स्कीम सुविधा शुरू की हैं विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़े |
दिल्ली सरकार ने छात्रों को शिक्षा का लाभ देने के लिए एक नयी लोन/ ऋण प्रणाली शुरू की हैं जिसमे छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जायेगा |
इस योजना के बारे में दो साल पहले कहा गया था लेकिन इसकी शुरुवात “आम आदमी पार्टी आप ” ने की | दिल्ली शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस योजना की शुरुवात करते हुए 25 छात्रो को लोन के चेक दिये | अब तक 30 छात्रो ने Loan के लिए अप्लाई किया था |कुल 75 लाख रूपये के चेक दिये गये |
इस योजना के लिए बजट में 9,836 करोड़ से 41,129 करोड़ रूपये शामिल किया गया हैं |
यह योजना उन छात्रो के लिए शुरू की गई हैं जिनके पास Education Loan लेने के लिए कोई सिक्यूरिटी नहीं हैं | ऐसे छात्रो की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार ने ली हैं | अपने भाषण में आप पार्टी ने यह स्पष्ट किया कि यह लोन उन छात्रो के लिए हैं, जो बारहवी की शिक्षा के बाद आगे पढ़ना चाहते हैं लेकिन उनके पास लोन लेने की सुविधा नहीं हैं | ऐसे छात्रो के लिए गारेंटी खुद Delhi Government लेगी | ऐसे छात्रो को धन की कमी के कारण शिक्षा से समझौता नहीं करना पड़ेगा |


दिल्ली सरकार का दिल्ली के विद्यार्थियों के लिए यह एक बेहतर कदम हैं, जिसके जरिये वे अपने सपने पुरे कर सकते हैं, जिसके लिए उन्हें बैंक के चक्कर नहीं काटना पड़ेगा |

Delhi Education Loan Schemes Eligibility Criteria (दिल्ली एजुकेशन लोन  स्कीम के लिए योग्यता)

  • इस लोन सुविधा के लिए छात्रो का बारहवी पास होना जरुरी हैं |
  • सरकारी कर्मचारी एवम ऑफिसर के बच्चे भी इस योजना के तहत लोन ले सकते हैं |
  • जिनके पास लोन सिक्यूरिटी का कोई साधन ना हो अर्थात सम्पति |
  • जिनके पास कोई रोजगार ना हो जिन्हें शिक्षा के अभाव में नौकरी न मिल रही हो |

Delhi Education Loan Schemes Return Policy (दिल्ली एजुकेशन लोन  स्कीम वापस करने के नियम)

  • छात्र अपनी डिग्री अथवा कोर्स खत्म करने के एक साल बाद से लोन चूका सकते हैं | अर्थात उन्हें एक साल का एक्सटेंशन मिलेगा |
  • एक साल बाद छात्र EMI अर्थात इंस्टोलमेंट के द्वारा लोन चूका सकते हैं |
  • लोन चुकाने के लिए अधिकतम 15 साल तक का वक्त दिया जायेगा |
  • लोन वापस लौटाते समय उस पर बेसिक इंटरेस्ट रेट (Interest Rate) के साथ 2 % एक्स्ट्रा रेट लिया जायेगा |
  • अगर छात्र एजुकेशन पीरियड के दौरान ही लोन चुकाते हैं तो उन्हें 1 % कम ब्याज दर लगाई जा सकती हैं |
अपनी स्पीच में मनीष सिसोदिया ने सभी छात्रो से कहा यह लोन पद्धति तब ही कारगर साबित होगी, जब छात्र इसका सही इस्तेमाल करेंगे और सही वक्त में इसे लौटायेंगे | दिल्ली सरकार ने यह स्पष्ट किया हैं कि यह लोन उन छात्रो के लिए हैं, जिन्हें हायर एजुकेशन की कमी होने के कारण रोजगार लेने में परेशानी हो रही हैं | जिनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं हैं और ना ही कोई लोन सिक्यूरिटी हैं| ऐसे में Loan के लिए सिक्यूरिटी खुद Delhi Government द्वारा ली जाएगी | इसके लिए पैसा दिल्ली सरकार के साथ- साथ फाइनेंस कंपनियों द्वारा भी उपलब्ध कराया जायेगा |
एजुकेशन लोन किसी भी तरह के डिग्री कोर्स अथवा स्कील डेवलपमेंट कोर्स (technical/skill development) के लिए दिया जायेगा |
इस डेल्ही एजुकेशन लोन के अंदर कोर्स फीस, बुक्स, यूनिफार्म, लाइब्रेरी/ लैब सुविधा अन्य सभी कोर्स संबंधी सुविधाये दी जाएगी |
स्टूडेंट की मदद के लिए दिल्ली सरकार द्वारा उठाये गए कदम सराहना के काबिल हैं | ऐसे में Students को भी ईमानदारी के साथ सरकार की इस सुविधा का लाभ उठाना चाहिये और समय पर ऋण की राशि लौटना चाहिये, ताकि यह सुविधा वर्षो तक कायम रह सके और अन्य छात्र इसका लाभ ले सके |
Delhi Government Education Loan Schemes सरकार के इस कदम के लिए आप क्या कहना चाहते हैं कमेंट बॉक्स में लिखे |

सरकार ने की छात्रों के लिए विद्यालक्ष्मी एजुकेशनल लोन पोर्टल की घोषणा

by Amar Ujala Now  |  in सरकारी योजनाये at  01:56
गुरुवार को सरकार ने एक अहम् फैसला लिया, जिसके अंतर्गत देश के छात्रों को एजुकेशन लोन/ छात्र ऋण देने का सरल तरीका बनाया गया हैं|जिसके लिए एक नयी वेबसाइट vidyalakshmi.co.in लॉन्च की गई हैं | यह एक तरह का पोर्टल हैं |

स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए विद्या लक्ष्मी पोर्टल को इस स्वतंत्रता दिवस पर लाया गया| जिसके बारे में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया |
विद्या लक्ष्मी पोर्टल के जरिये छात्रो को आसानी से लोन मिल सकेगा, जिसके लिए इन्हें केवल एक फॉर्म भरना होगा | इस पोर्टल से 13 बैंक जुड़ी हैं, जिनकी 22 लोन स्कीम इस पोर्टल में शामिल की गई हैं |
विद्या लक्ष्मी पोर्टल के जरिये तीन आसान स्टेप से लोन मिल सकेगा, जो कि –
  1. पोर्टल में रजिस्टर करना |
  2. फॉर्म डाउनलोड कर उसे भरना |
  3. बैंक्स में अप्लाई करना |
विद्या लक्ष्मी पोर्टल के फायदे (Benefits of Vidya Lakshmi Portal ):
  • इसके अंतर्गत छात्रों को आसानी से लोन मिल सकेगा |
  • छात्रों को केवल एक फॉर्म ही भरना होगा | उन्हें लोन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा |
  • इस एक पोर्टल के जरिये छात्र 13 बैंक की 22 लोन प्रणाली से जुड़ सकेंगे और अपनी सौहलियत के मुताबिक लोन फाइल कर पाएंगे |
  • इस एक पोर्टल से विभिन्न बैंक के लोन के लिए अप्लाई करने हेतु केवल एक फॉर्म होगा, जो पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता हैं |
  • इस पोर्टल पर बैंक द्वारा जानकारी भी अपलोड की जायेगी, जिसके जरिये स्टूडेंट अपने लोन का स्टेटस जान पायेंगे | स्टूडेंट को लोन मिला हैं या नहीं, लोन के लिए कहाँ तक की कार्यवाही बैंक द्वारा की गई हैं ऐसी सभी जानकारी पोर्टल पर अपलोड कर दी जायेगी |
  • इसके आलावा स्टूडेंट अपने सवाल भी पूछ सकते हैं, जिसके लिए वे ईमेल कर सकते हैं |
  • बैंक द्वारा इस पोर्टल पर लोन संबंधी जानकारी के साथ छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप की जानकारी भी अपलोड की जायेगी |
Name Of The Banks In Vidya Lakshmi Portal :
विद्या लक्ष्मी पोर्टल से जुड़ने वाली बैंक में अभी SBI, IDBI, BOI, यूनियन एवं केनरा बैंक के नाम सामने आये हैं | इसके आलावा अन्य बैंक के नाम कुछ समय में जारी किये जायेंगे |
यह पोर्टल वित्त मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग , मानव संसाधन विकास और इंडियन बैंक एसोसिएशन ( IBA) के मार्गदर्शन में NSDL e-gov द्वारा बनाया गया हैं |

विद्या लक्ष्मी पोर्टल (Vidya Lakshmi Portal) पहला पोर्टल हैं जिसमे छात्रों को एक ही जगह लोन एवं स्कॉलरशिप की जानकारी प्राप्त होगी | इसे खासतौर पर छात्रो को ध्यान में रखकर बनाया गया हैं | अपने एजुकेशन के लिए छात्रों को लोन की परेशानी के कारण कई बार पीछे हटना पड़ता हैं | उनकी इस परेशानी को कम करने के लिए विद्या लक्ष्मी पोर्टल बनाया गया हैं |
लोन के कारण छात्रों को अपने भविष्य के साथ समझौता ना करना पड़े, इस दिशा में सरकार की यह सोच काबिले तारीफ हैं | आज चुकाने से ज्यादा मिलने में परेशानी होती हैं| जिसके लिए दिन रात बैंक के चक्कर काटने पड़ते हैं, लेकिन अब विद्या लक्ष्मी पोर्टल के कारण एक ही जगह पर छात्रों को लोन एवं स्कॉलरशिप संबंधी सभी जानकारियाँ मिल सकेगी |
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी बजट स्पीच में ही इस तरह के पोर्टल के बारे में बात की थी| उनके अनुसार आने वाले समय में स्टूडेंट के लिए हर तरह की योजनाओ को एक पोर्टल से जोड़ दिया जायेगा |  इससे इस लोन एवं स्कॉलरशिप प्रणाली ने पारदर्शिता भी आएगी, साथ ही छात्रों को अपने सपने पुरे करने में सहयोग भी मिलेगा | इस विद्यालक्ष्मी पोर्टल को Pradhan Mantri Vidya Lakshmi Karyakram (PMVLK ) प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी कार्यक्रम योजना के अंतर्गत लाया गया हैं |
भारत सरकार देश को डिजिटलाइज करने के लिए आये दिन नयी योजनाओं एवं पोर्टल को लॉन्च कर रही हैं | यह सभी सुविधाएँ कार्यप्रणाली को सुचारू बनाने एवं देश की जनता की सुविधा के लिए लायी जा रही हैं |
साथ ही देश के हर एक शहर के साथ गाँव के छात्र भी सभी सुविधाओं का लाभ आसानी से ले सके एवम समय पर सभी जरुरी जानकारी प्राप्त कर सके | इस कारण विद्यालक्ष्मी पोर्टल से इस दिशा में पहली अहम् शुरुवात की गई हैं |

Thursday, 7 January 2016

SBI PO Exam की कैसे तयारी करे

by Amar Ujala Now  |  in शिक्षात्मक at  04:18
आज हम आपको SBI PO Exam की कैसे तयारी करे इसके बारे मैं बताना चाहते हैं (How To Prepare for SBI PO exam 2015 in Hindi)| स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक मल्टीनेशनल बैंक ऑर्गेनाईजेशन है जो बैंकिंग इनवेस्टमेंट, इन्शुरेंस, सेविंग तथा और भी कई सुविधाए अपने ग्राहको को प्रदान करती है । स्टेट बैंक मे करीब 2.3 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते है । स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपनी दी जाने वाली सर्विस के लिए मशहूर है इसके ग्राहक इस बैंक की दी जाने वाली सुविधाओ से बहुत खुश है तथा इनहि सुविधाओ के कारण वे इसके लायल कस्टमर बन जाते है। स्टेट बैंक के द्वारा दी जाने वाली इन सुविधाओ का पूरा श्रेय इसके योग्य कर्मचारियो को जाता है जो की अपने काम मे पूर्णत योग्य तथा निपूर्ण होते है तथा हर तरह के environment मे काम करने मे सक्षम होते है ।

हाल ही मे स्टेट बैंक के द्वारा SBI bank PO exam 2015 की पोस्ट के लिए फॉर्म फ़िल करवाए गये  है जो की हर रीज़न के व्यक्तियों द्वारा भरे जा सकते है । इस बार स्टेट बैंक मे वेकेंसी की संख्या भी अधिक है। कई लोगो द्वारा इस पोस्ट के लिए फॉर्म भरे गये है अब वक़्त है एक्जाम की तैयारी का ।
स्टेट बैंक PO एक्जाम का नाम सुनते ही excitement तथा tension दोनों एक साथ दिमाग मे घूमने लगते है । इसका एक कारण स्टेट बैंक का इंडिया नंबर वन पब्लिक सैक्टर बैंक होना भी है । तथा क्यूकी इस एक्जाम मे कॉम्पटिशन बहुत ज्यादा होता है तो अप्लाई करने वाले व्यक्तियों को इसके लिए तैयारी जल्दी ही शुरू कर देनी चाहिए ।

Details on How to Prepare for SBI PO exam 2015 in Hindi

State bank PO exam 2015 Pattern :
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इस बार एक्जाम के पैटर्न तथा सिलैबस मे कई महत्वपूर्ण बदलाव किए है। कई ऐसे स्टूडेंट है जो स्टेट बैंक PO एक्जाम के लिए तैयारी कर रहे है उनके मन मे महवपूर्ण सवाल यह है की इस एक्जाम के लिए तैयारी कैसे करे तथा एक्जाम मे अच्छे अंक लाने का आसान तरीका क्या है । अगर आप स्टेट बैंक PO की एक्जाम देने जा रहे है तो यह जरूरी है की आप अपनी तैयारी आज से ही शुरू कर दे तथा अपनी एक्जाम के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाए ।  इस बार State bank PO का एक्जाम 3 फेस मे होगा जो की नीचे दर्शाये गये है ।
फेस 1 : preliminary examination
फेस 2 : main examination
फेस 3 : group discussion and interview
फेस 1 : preliminary examination :  preliminary examination स्टेट बैंक एक्जाम का first phase है जो की एक औब्जैकटिव टेस्ट होगा तथा यह टेस्ट 100 नंबर का होगा इस टेस्ट का समय 1 घंटा होगा । इस 1 घंटे मे  3 सेक्शन के 100 सवालो के उत्तर देने होंगे  तथा यह तीन सेक्शन इंग्लिश , क्वॉंटिटेटिव एबिलिटि तथा रीज़निंग एबिलिटि होंगे । इस टेस्ट मे कैंडिडैट को तीनों सेक्शन को अलग अलग क्लियर करना होगा तथा इसके लिए पासींग मार्क्स बैंक द्वारा तय किए जाएंगे तथा यह टेस्ट ऑनलाइन होगा ।
SBI bank PO Preliminary examination pattern for 2015:
NO.Name of  testQuestion की संख्यामार्क्स
1English language3030
2Quantitative ability3535
3Reasoning ability3535
फेस 2 : main examination : स्टेट बैंक की एक्जाम  मे जोह लोग फ़र्स्ट फेस क्लियर कर लेते है वे दूसरे फेस की एक्जाम देते है जोह की मैन examination है । इस मैन examination मे औब्जैकटिव तथा descriptive दोनों टेस्ट होगा । इस एक्जाम मे औब्जैकटिव पार्ट 200 मार्क्स का तथा डिस्करीपतिवे टेस्ट 5 मार्क्स का होगा  तथा यह टेस्ट भी ऑनलाइन होगा। descriptive टेस्ट का उत्तर औब्जैकटिव टेस्ट के तुरंत बाद ही कम्प्युटर पर टाइप करके देना होगा ।
SBI bank PO Objective Test details :
स्टेट बैंक एक्जाम मे ऑब्जेक्टिव टेस्ट 2 घंटे का होगा तथा इसमे 4 सेक्शन होंगे इन 4 सेक्शन मे 200 प्रश्न होंगे जिसमे हर सेक्शन से 5 प्रश्न पूछे जाएंगे तथा हर प्रश्न 1 मार्क्स का होगा इस तरह यह औब्जैकटिव टेस्ट कुल 200 नंबर का होगा ।
SBI bank PO objective testके 4 सेक्शन इस प्रकार है :
  • Vocabulary, comprehension etc
  • Test of general awareness, marketing and computer test
  • Interpretation
  • Test reasoning (High level)
इस टेस्ट मे कैंडिडैट को हर सेक्शन क्लियर करना जरूरी होगा तथा इसके लिए पासींग मार्क्स बैंक द्वारा टाय किए जाएंगे।
SBI bank Exam Descriptive test details:
यह descriptive टेस्ट केवल उनही कैंडिडैट के लिए होगा जोह औब्जैकटिव टेस्ट को क्लियर कर लेंगे और जिनके मार्क्स औब्जैकटिव टेस्ट मे हाइ होंगे ।
स्टेट बैंक एक्जाम का यह descriptive टेस्ट 1 घंटे का तथा 50 मार्क्स का होगा तथा यह टेस्ट इंग्लिश राइटिंग का होगा । अगले फेस मे जाने के लिए यह जरूरी होगा की कैंडिडैट इस टेस्ट को क्लियर करे इसके लिए पासींग मार्क्स बैंक द्वारा टाय किए जाएंगे ।
फेस 3 : group discussion and interview : स्टेट बैंक POएक्जाम मे सबसे आखरी फेस होता है ग्रुप डिस्कशन तथा इंटरव्यू जो 20 तथा 30 मार्क्स का होता है । औब्जैकटिव तथा descriptive टेस्ट के नंबर को descending order मे जमाया जाता है तथा तय व्यक्तियों को ग्रुप डिस्कशन तथा इंटरव्यू  के लिए बुलाया जाता है । तथा इसके लिए भी पासींग मार्क्स बैंक द्वारा ही तय किए जाते है ।
Final selection :
फ़ाइनल selection मे फेस 1 preliminary एक्जाम के मार्क्स नहीं जोड़े जाते। फ़ाइनल selection मे केवल मैन एक्जाम तथा ग्रुप डिस्कशन तथा इंटरव्यू के मार्क्स जोड़े जाते है । इन्ही के द्वारा फ़ाइनल मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
इसके लिए यह जरूरी है की कैंडिडैट फेस 2 तथा फेस 3 को अलग अलग क्लियर करे । फ़ाइनल selection के वक़्त फेस 2 के 250 मार्क्स को 75 मे कन्वर्ट किया जाता है तथा ग्रुप डिस्कशन तथा इंटरव्यू के 50 मार्क्स को 25 मे कन्वर्ट किया जाता है तथा फ़ाइनल लिस्ट कुल 100 नंबर मे से बनाई जाती है तथा टॉप मेरिट रंक कैंडिडैट को सिलैक्ट किया जाता है ।
जोह व्यक्ति ग्रुप डिस्कशन तथा इंटरव्यू मे सिलैक्ट होते है उनकी लिस्ट बैंक की वैबसाइट पर दी जाती है तथा जोह व्यक्ति फ़ाइनल मे सिलैक्ट होता है उसका नाम रोजगार समाचार मे दिया जाता है ।                             
Preliminary exam के लिए Preparation प्लान:
हालाकी preliminary एक्जाम के मार्क्स फ़ाइनल selection मे नहीं जुडते है परंतु फिर भी अगले फेस मे जाने के लिए यह जरूरी है की कैंडिडैट इस राउंड को क्लियर करे । यहा पर इस  Preliminary exam के तीनों सब्जेक्ट को हम डीटेल मे बता रहे है जो की आपके लिए एक्जाम की तैयारी मे सहायक होंगे ।
Preliminary exam के तीन सब्जेक्ट:
  • English language
  • Quantitative ability
  • Reasoning ability
Reasoning ability सब्जेक्ट की तैयारी करने के लिए टिप्स:
रीज़निंग टेस्ट कैंडिडैट की मेंटल तथा प्रोब्लेम सोल्व करने की एबिलिटि जाच करता है । Reasoning गणित की तरह नहीं है जिसमे आप कुछ फोर्मूलों की सहायता से सवाल को हल कर सकते है । Reasoning मे कैंडिडैट को सर्वप्रथम प्रोब्लेम को समझना पड़ता है फिर वह उसे हल कर सकता है । Reasoning के प्रश्न हल करते वक़्त यह जरूरी है की कैंडिडैट एक ही प्रश्न पर अपना ज्यादा समय जाया ना कर दे । Reasoning मे पर्फेक्ट होने का सबसे अच्छा तरीका है की कैंडिडैट इसके प्रश्नो की खूब प्रेक्टिस करे ।
Reasoning के कुछ इंपोर्टेंट टोपिक्स इस प्रकार है:
  • Analytical Reasoning – सीटिंग अरेंजमेंट , ग्रुपिंग , सिलेक्शन ,मेचिंग आदि ।
  • Other verbal Reasoning – ब्लड रिलेशन , कोडिंग डिकोडिंग, इनपुट आउटपुट, क्रिटिकल रीज़निंग, डाइरैक्शन सैन्स वेन्न डाइग्रम आदि ।
  • Non-verbal Reasoning – इस टॉपिक से PO एक्जाम मे ज्यादा प्रश्न नहीं आते ।
Reasoning हल करते समय यह जरूरी है की आप उस टॉपिक के प्रश्न पहले हल करे जिसमे आप पर्फेक्ट है तथा जिनहे आप कम से कम समय मे हल कर सकते है । Reasoning हल करते समय यह ध्यान रखे की सीटिंग अरेंजमेंट तथा पज़ल मे फस कर अपना टाइम खराब ना करे ।
Quantitative एबिलिटि सब्जेक्ट की तैयारी के लिए टिप्स:
स्टेट बैंक PO एक्जाम के इस सेक्शन मे बेसिक मैथ्स के प्रश्न आते है । मैथ्स के प्रश्न हल करने से पहले यह जरूरी है की आप मेथ्स के फोर्मूले तथा प्रश्न को हल करने की शॉर्ट टिप्स सीख ले । यह पूरा सेक्शन फोर्मूले तथा आपके कैलक्युलेशन पर निर्भर करता है । यह सबसे स्कोरिंग सब्जेक्ट है जिसमे प्रेक्टिस करके कैंडिडैट अच्छे मार्क्स ला सकता है । इस सेक्शन के प्रश्न सॉल्वे करते वक़्त यह बात ध्यान रखनी चाहिए की कैंडिडैट को इसमे बिना कैलक्युलेशन किए कोई गैस नहीं करना चाहिए ।
Quantitative ability से जुड़े इंपोर्टेंट टॉपिक:
  • Numbers – बेसिक नंबर सिस्टम, HCF & LCM, नंबर सिरीज़ आदि।
  • Arithmetic – averages & allegation, रेशो तथा प्रपोशन, पर्सेंटेज, प्रॉफ़िट तथा लॉस, सिम्पल तथा कम्पाउण्ड इंटरेस्ट, एज प्रॉब्लेम्स, स्पीड टाइम तथा डिस्टेन्स आदि ।
  • Modern math – प्रॉबबिलिटि, परम्युटेशन & कोमबीनेशन आदि ।
  • Geometry – mensuration
  • DI – डाटा इंटरप्रीटेशन & data sufficiency ।
यहा इंपोर्टेंट बात यह है की DI Quantitative एबिलिटि का पार्ट है की नहीं पर कई बार DI के प्रश्न PO लेवल की एक्जाम मे Quantitative एबिलिटि सेक्शन मे शामिल किए गये है । तो आपके लिए अच्छा यही होगा की आप इसकी तैयारी भी अच्छे से करे ।
इंग्लिश लैड्ग्वेज सब्जेक्ट की तैयारी के लिए टिप्स:
स्टेट बैंक PO की एक्जाम मे इंग्लिश लैड्ग्वेज सब्जेक्ट आँय एक्जाम की तुलना मे थोड़ा कठिन होता है तथा कैंडिडैट को भी सबसे अधिक कठिनाई इसी सेक्शन को हल करने मे होती है । यदि आप इंग्लिश की किताबे अच्छे से पढ  लेते है आप अपने फ्रेंड के साथ इंग्लिश मे चैट कर लेते है और आप इंग्लिश की मूवी देखते है तो इसका मतलब यह नहीं है की आपके लिए इस सब्जेक्ट के प्रश्न हल करना आसान बात होगी इसके लिए भी आपको अलग से तैयारी करनी होगी ।
इस सेक्शन के कुछ इंपोर्टेंट टॉपिक :
  • Reading comprehension
  • Grammar
  • Para jumbles
  • Cloze test & fill in the blanks
  • Vocabulary
इन सभी टॉपिक के अलावा कुछ और आदते भी है जो आपको इस सेक्शन की तैयारी मे हेल्प कर सकती है :
  • रोजाना इंग्लिश न्यूज़ पेपर पड़ना ।
  • अपनी वोकेब्यूलरी पर ध्यान देना इसके लिए आप रोज 10 नए वर्ड तथा उनसे संबन्धित शब्द सीखना ।
  • इंग्लिश न्यूज़ चैनल देखना ।
  • इंग्लिश की अच्छी बुक्स पड़ना।
अगर आप इन सभी points पर मेहनत कर लेंगे तो निश्चित ही आप SBI Bank PO Exam में सफलता प्राप्त कर सकते है| How to prepare for SBI PO exam 2015 in Hindi आपको कैसा लगा कृपा comment बॉक्स मैं बताये| अगर आपको SBI bank PO से रिलेटेड और कोई जानकारी चाहिए हो तो भी आप हमसे संपर्क कर सकते है|

Wednesday, 6 January 2016

कैसे करें बोर्ड एग्जाम की तैयारी ?

by Amar Ujala Now  |  in शिक्षात्मक at  04:06
Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari यह एक बड़ा सवाल हैं जिसका जवाब वही दे सकता हैं जिसने बोर्ड एग्जाम क्लियर कर ली हैं | लेकिन उसका जवाब हमने अपने इस ब्लॉग में दिया हैं | सभी स्टूडेंट एवम पालक जाने कि कैसे करें बोर्ड एग्जाम की तैयारी ?अगर मिलकर एक दुसरे का साथ देकर किसी एग्जाम की तैयारी करेंगे तो उसका मजा और रिजल्ट दोनों ही बहुत अच्छा होगा और आप अपने बच्चे के भार को कम कर पायेंगे 
बोर्ड एग्जाम (Board Exam) के रिजल्ट बहुत इम्पोर्टेन्ट होते हैं यह रिजल्ट ही आगे का रास्ता बनाते हैं | 10 th और 12th  रिजल्ट (Board Exam) का अच्छा होना पहली जॉब के लिए बहुत जरुरी होता हैं इनके साथ आपके ग्रेजुएशन का रिजल्ट भी मायने रखता हैं अगर यह सभी अच्छा हैं तो आपके जॉब में कोई परेशानी नहीं होती |
बोर्ड एग्जाम एक ऐसी एग्जाम हैं जिसमे सभी घबराते हैं लेकिन यह बहुत बड़ी बात नहीं हैं | एग्जाम का पैटर्न इतना भी कठिन नहीं होता कि आप इस तरह से डरे | जिस तरह से आप लोकल एग्जाम की तैयारी करते हैं, बोर्ड की एग्जाम भी वैसी ही होती हैं | अगर आप आत्म विश्वास के साथ अपना काम ठीक से करेंगे और  नीचे दी गई टिप्स के हिसाब से पढेंगे तो आपको कोई परेशानी नहीं होगी |आइये जाने कुछ जरुरी बाते जिनका ध्यान आपको साल की शुरुवात से रखा हैं |

कैसे करें बोर्ड एग्जाम की तैयारी ?


Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari

कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट दिए गये है जिनके जरिये आप अपने बोर्ड के रिजल्ट अच्छा कर सकते हैं |
  • शुरुवात से अलर्ट रहे :
बोर्ड एग्जाम में शुरू से ही अलर्ट रहे | एक साथ दिमाग पर बोझ ना बनाये | एक रूटीन बनाकर, शुरुवात से उसी के अनुसार काम करें | ऐसा करने से आखरी में आपके पास पर्याप्त समय होगा | जिसमे आप रिविज़न कर पायेंगे और एक्स्ट्रा तैयारी में समय दे पायेंगे |
  • टाइम टेबल बना कर पढाई करें :
साल की शुरुवात से ही टाइम टेबल बनायें और उसी के हिसाब से पढ़े | शुरुवात में बस इतना ही करे कि आपको कितना वक्त पढ़ना हैं वह सोच ले और उस वक्त एकाग्रचित्त हो कर पढ़ने की आदत बनाये  | धीरे-धीरे उस समय को विषयों के हिसाब से तोड़े | और समय बढ़ाते जाए | शुरुवात में स्कूल में पढाये गये पाठ्यक्रम को रोजाना घर में दोहराये | इससे उसी वक़्त आपको समझ आ जायेगा कि पढ़ाया हुआ टॉपिक आपको कितना समझ आया हैं और आप उसी समय उसे अन्य किसी मित्र अथवा टीचर से पूछ सकते हैं | अपने डाउट जरुर समय रहते क्लियर करे क्यूंकि आकहरी समय में इससे चिंता बढ़ती हैं और आत्मविश्वास में कमी आती हैं |अगरा शुरू से ही कठिन टॉपिक पर पकड़ बनाते चलेंगे तो आखरी में परेशानी नहीं होगी |
  • सिलेबस के हिसाब से तैयारी :
स्कूल में क्या पढ़ाया जाने वाला हैं उसकी तैयारी करके घर से जायें | ज्यादा नहीं बस सिलेबस के हिसाब से बूक को देखे और हेडलाइंस पढ़े | इससे जब आपको यह टॉपिक पढ़ायें जायेंगे तब आपका मन उसमे आसानी से लगेगा |उसके बाद जब वह चेप्टर पूरा हो जाये तो पुनः सिलेबस पढ़े और उसके हिसाब से रिवाईस करें साथ ही महत्वपूर्ण प्रश्नों को तैयार करें |
  • रिविज़न करें :
एक बार पढ़े हुए टॉपिक को कुछ कुछ दिनों में वापस दौहराएँ वरना आप उन्हें भूल जायेंगे और आपकी पूरी मेहनत ख़राब हो जाएगी |
  • प्रश्नों को लिखने का तरीका सुधारें :
कभी-कभी आपको सभी प्रश्नों के उत्तर पता होते हैं और आप बहुत अच्छे से उन्हें हल भी करते हैं लेकिन फिर भी कम मार्क्स मिलते हैं इसका एक ही कारण हैं आपके लिखने का तरीका | सबसे पहले अपने लिखने का तरीका बदले |
  • हैण्ड राइटिंग अच्छी रखे |
  • सफाई से लिखे |
  • प्रश्न के उत्तर को बाँट कर लिखे | उसमे हैडिंग, सब हैडिंग हो |
  • बुलेट पॉइंट्स हो |
  • एक डायग्राम जरुर हो |
  • टेबल हो |
इस तरह से लिखने पर चेकर कभी आपके मार्क्स नहीं कटेगा और अगर आप सवाल के एक्यूरेट उत्तर को नहीं भी जानते हैं और आप वह प्रश्न छोड़ना नहीं चाहते हैं तब उन्हें इस तरह से हल करने पर आपको आधे या उससे ज्यादा मार्क्स मिलेंगे | यह तरीका हमेशा फायदेमंद होता हैं |उपर लिखे पॉइंट्स के हिसाब से महत्वपूर्ण प्रश्नों को हल करे और अपनी नोट बूक में लिखे |ताकि आपको इस पैटर्न की आदत हो जाये |
  • हर एग्जाम की तैयारी पूरी करे :
एनुअल एग्जाम के पहले तिमाही और छः माही एग्जाम की तैयारी अच्छे से मन लगाकर करे | उसी दौरान महत्वपूर्ण सवालों को तैयार करे | इससे आपका बर्डन कम होगा | इसके बाद प्रीबोर्ड एग्जाम में पूरा सिलेबस ध्यान में रखते हुए सभी महत्वपूर्ण सवालों की तैयारी करे |
  • बोर्ड की एग्जाम (Board Exam) की तैयारी :
बोर्ड एग्जाम के पहले पूरा सिलेबस ध्यान से पढ़े | उसके हिसाब से पहले कठिन पाठ्य को तैयार करे ताकि असुविधा होने पर आप समय रहते उसका निवारण कर सके |
  • अनसाल्व्ड सॉल्व करे :
पूर्व 10 वर्ष के पेपर पढ़े और उन्हें हल करे | सभी विषयों की अलग नोट बूक बनाकर उन में एक साथ सभी अनसाल्व्ड प्रश्नों को साल्व्ड करके लिखे जिससे एग्जाम के समय सभी महत्वपूर्ण प्रश्न एक ही जगह मिल जायें |
  • परीक्षा के समय नींद का ध्यान रखे :
परीक्षा के दिनों में हमें ठीक से नींद नहीं आती और जब भी पढ़ने बैठते हैं सुस्ती सी लगती हैं इससे बचने के लिए रोजाना ठीक से 6 से 7 घन्टे की नींद ले | अगर नींद न आयें और चिंता सताये तो कुछ उपाय दिए गये हैं उन्हें करें : नींद संबंधी उपाय |एग्जाम की रात भी कम से कम 4 से 5 घटे की नींद ले |
  • पढ़ते वक्त नींद आये तो क्या करे :
यह तो सभी के साथ होता हैं | जब भी किताब उठाई इतनी नींद आती हैं जैसे कई रातों से सोयें ना हो | ऐसी स्थिती के लिए हमने बहुत से उपाय आपने एक ब्लॉग में लिखे जिसके लिए क्लिक करे “नींद कम करने के उपाय” |
  • मन एकाग्रचित्त ना हो तो क्या करें :
रोजाना 10 मिनिट ध्यान लगायें | अगर आप पूजा करते हैं तो घर के मंदिर में कुछ देर आँख बंद करे और कुछ ना सोचे यह संभव नहीं इंसान 24 घंटे सोचता हैं लेकिन ध्यान करते वक्त ॐ का उच्चारण आपके मन को शांत करता हैं |अगर आप एकाग्रचित्त होकर पढ़ते हैं तो आपकी पढाई कुछ घंटो में ही पूरी हो जाएगी लेकिन अगर आपका मन नहीं हैं तो भले ही आप पूरा दिन पढ़ ले,आपकी पढाई पूरी नहीं होगी |समय निकाल कर, कुछ देर वाक पर जायें या योग जैसी कुछ एक्टिविटी करें | इससे आपमें सकारात्मकता आएगी |
  • भोजन का ध्यान रखे :
ठीक से भोजन करे लेकिन बहुत भारी तला हुआ भोजन न करे | इससे आपको सुस्ती आएगी और आपका मन नहीं लगेगा | हल्का भोजन ले और कुछ हलके घर के बने हुए स्नेक्स अपने साथ रखे और उसे खाते- खाते पढ़े | इससे आपका मन लगा रहेगा |
  • एग्जाम के दिन दही शक्कर या तुलसी का पत्ता खायें :
यह पढ़कर आश्चर्य ना करें | यह किसी तरह के शगुन के लिए नहीं किया जाता | दही शक्कर खाने से नींद नहीं आती और ताजगी रहती हैं इसलिए एग्जाम (Board Exam)के पहले दही शक्कर खिलाने का रिवाज़ हैं साथ ही तुलसी के पत्ते से भी नींद नहीं आती साथ ही ऑक्सिजन लेवल भी ठीक रहता हैं |

Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari

कुछ जरुरी बाते जो एग्जाम के दिन ध्यान रखे :

एग्जाम (Board Exam) में जाने से पहले मेरे दादाजी हमेशा मुझसे कुछ सवाल पूछते थे और एग्जाम (Board Exam) के लिए कुछ टिप्स देते थे जो मैंने नीचे लिखी तालिका में डाले हैं | उन्ही के कारण में कभी एग्जाम (Board Exam) सेंटर पहुँचने में लेट नहीं हुई | उन्हें कभी कहीं भी देरी से जाना पसंद नहीं था और उन्होंने मुझे भी यही पाठ सिखाया | एग्जाम (Board Exam) के 2 घंटे पहले में पढ़ना बन कर देती थी और शांत बैठ कर एग्जाम के बाद क्या करुँगी वो सोचती थी इससे मेरा मन शांत रहता था और मुझे एग्जाम की टेंशन नहीं होती थी |
क्रमांकमहत्वपूर्ण बिंदु
1अपने पास सभी डाक्यूमेंट्स रखे | घर से निकलने से पहले चेक करें आपका ID जरुर रखे |
2अपना बॉक्स घर पर ही चेक करें | उसमे पेन,पेन्सिल, रबर, स्केल आदि सभी का सभी एग्जाम के पहले अवलोकन करें |
3एग्जाम सेंटर 30 मिनिट पहले पहुँचे |
4अपने बेग,जेब और पर्स की स्वतः ही जांच करें | कहीं उसमे कोई पर्ची भूल से राखी न हो |
5एग्जाम रूम में 10 मिनिट पहले अपने रोल नंबर पर बैठ जायें |
6अपने पेन, पेन्सिल सभी को बॉक्स से निकाल कर रख ले |
7प्रश्न पत्र मिलने पर उसे ध्यान से पढ़े |और जो भी आपको आता हैं वो प्रश्न पहले हल करें |
8प्रश्न कितने नंबर का पूछा गया हैं उसी के हिसाब से उत्तर की लम्बाई रखे |
सारणी में दी गई बाते परीक्षा के दिन याद रखें | अगर यह ध्यान में रखकर आप अपनी एग्जाम (Board Exam) देते हैं तो आपके नंबर बेहतर ही आयेंगे | बोर्ड एग्जाम (Board Exam) के लिए शुरू से तैयारी करें | अगर साल की शुरुवात से ऊपर लिखे पॉइंट्स के जरिये आप अपना रूटीन बनाते हैं तो आपको अंत में भार महसूस नहीं होगा |
बोर्ड एग्जाम (Board Exam)के रिजल्ट जितने अच्छे होते हैं परेशानियाँ उतनी ही कम होती हैं |अच्छे (Board Exam Result)रिजल्ट के कारण अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलता हैं और बाद में यही रिजल्ट (Board Exam) पहली जॉब में काम आता हैं | जॉब के लिए आपके 10 th 12 th और ग्रेजुएशन के रिजल्ट का फर्स्ट डिवीज़न देखा जाता हैं |
यह सभी टिप्स सभी तरह की एग्जाम या बोर्ड / Board Examके लिए राम बाण की तरह हैं अगर आप इसके हिसाब से पढाई करें तो आपका रिजल्ट हमेशा ही अच्छा होगा | आखरी दिनों की पढाई में हमेशा ही रिजल्ट अच्छा आये जरुरी नहीं होता | अतः अपने बच्चों को शुरुवात से एक रूटीन में रहने की आदत डालें |
Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari इस ब्लॉग में सभी बातों को बताया गया हैं जिसके जरिये आप अपने रिजल्ट को बेहतर बना सकते हैं | जरुरी नहीं इन बातो का ध्यान केवल बोर्ड एग्जाम में ही रखे यह सभी पॉइंट्स किसी भी एग्जाम के लिए बहुत जरुरी हैं | चाहे वो स्कूल हो या कॉलेज या कोई अन्य एग्जाम उसकी तैयारी अगर शुरू से टाइम टेबल बनाकर करेंगे तो आपको हमेशा अच्छे रिजल्ट मिलेंगे |
Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari इस ब्लॉग में अगर कोई महत्वपूर्ण बात रह गई हैं जो आप जानते हैं हमें जरुर बताएं उसे हम अपने ब्लॉग में ऐड करेंगे ताकि इसका लाभ सभी को पहुँचे | Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari इस ब्लॉग के जरिये हम अपने सभी दोस्तों की मदद करना चाहते हैं जिससे आपके एग्जाम के रिजल्ट अच्छे आयें |और आप अपना और अपने माता – पिता का सपना पूरा कर पायें | आजकल एग्जाम सिर्फ बच्चो की नहीं होती | माता – पिता की भी होती हैं इसलिए उन्हें भी इस तरह के ब्लॉग पढ़कर बच्चे का साथ देना चाहिये ताकि वो आत्म विश्वास महसूस करें |और उनका भार कम हो | माता पिता अपने अनुभव से बच्चे का टाइम टेबल बना सकते हैं | उनके कठिन विषयों पर उनसे बात करके उनकी मदद कर सकते हैं |साथ ही किसी भी तरह की जानकारी के लिए इन्टरनेट की मदद ले सकते हैं | आपको अपने सारे सवालों का जवाब इंटरनेट पर मिलेगा |किसी भी विषय पर जानकारी इंटरनेट पर मौजूद हैं | अपने बच्चो के दोस्त बने और उनकी इस बोर्ड एग्जाम में उनका साथ दे | इससे वो अच्छा महसूस करेंगे | साथ ही उनके रिजल्ट अच्छे आयेंगे और वे अपने आपको अकेला नहीं समझेंगे |गुड लक फॉर आल एग्जामिनर |
Kaise Kare Board Exam Ki Taiyari यह ब्लॉग आपको कैसा लगा जरुर लिखे | साथ ही आपने कैसी की बोर्ड एग्जाम की तैयारी वो भी हमसे शेयर करें |आपका रिजल्ट क्या रहा अगर आप वो भी बतायेंगे तो सभी अन्य पाठको को भी सुविधा होगी |

Wednesday, 23 December 2015

Educational Loan Details In Hindi

by Amar Ujala Now  |  in शिक्षात्मक at  02:09
Educational Loan:

आज के competition के दौर में हर कोई बेहतर ही चाहता है जिसके लिए सभी जी जान से कोशिश भी करते है | शिक्षा के क्षेत्र में भाग दौड़ बढ़ रही है student अपने future को लेकर जागरूक हो चुके है , लेकिन जितना शिक्षा के तरफ लोग बड़े है, उतनी ही तेजी से महंगाई ने भी पैर पसारे है| ऐसे में सभी के लिए higher studies के लिए सोचना, उसके लिए foreign जाना आसान नहीं है पर education loan ने इसे कई हद तक आसान बनाया है |



योग्य students के लिए, education loan उनके सपने की तरफ उन्हें एक पायदान देता है | दुसरे loan के comparison में student loan पर कम interest लगाया जाता है और उसकी repayment facility भी दुसरे loan की तुलना में अच्छी होती है |Education Loan से related सभी तथ्यों को जानने के बाद ही market से इस तरह के loan को लेना चाहिए हम आपको कुछ बिन्दुओ की जानकारी इस article के जरिये दे रहे जिसे ध्यान में रखने से आपको policy को समझने में आसानी होगी |


Should be aware about some points before taking educational loan :

• Eligibility Criteria : loan के लिए apply करने से पहले bank का eligibility criteria पता होना चाहिए |
o student भारत का नागरिक होना चाहिए, उसके पास इसका proof होना चाहिए |
o student के पास admission slip या join किये जाने वाले institute का कोई approved letter होना चाहिए जो साबित करे कि student ने सच में किसी शेक्षणिक कार्य के लिए ही loan लिया है |

• किसी भी university या institute में apply करने से पहले student को उचित educational loan देने वाली bank, cheritable group या किसी भी finance company के बारे में जानकारी लेनी चाहिए |


• Collateral Security : loan लेने के लिए student के पास bank में रखने के लिए पर्याप्त security होनी चाहिए जैसे house paper, land paper , fix deposit etc.

• loan लेने के पहले कुछ बातों के विषय में गंभीरता से सोंचे-

o Interest Rate : bank द्वारा लगाये जाने वाले interest rate की पूरी जानकारी ले और उसका मूल्यांकन कर भविष्य में होने वाले भार का अन्दाजा लगा ले |

o Period Of Re-payment : education complete होने के बाद कितने समय बाद loan की किश्ते देनी है, इस बात की जानकारी लेले और इस बात का भी अनुमान लगा ले कि education के कितने time बाद student को job मिल पायेगी और उसकी starting earning क्या होगी |

• Expenses Covered: loan के लिए apply करने के पहले ही calculate कर ले कि आपको institute की fee के साथ साथ, residential, books and others के लिए कितने fund की आवश्यकता है |

• Repayment facility : bank द्वारा loan की किश्ते किस तरह लौटानी है इस बात की पूरी जानकारी रखे educational loan के repayment की किश्ते student की study के complete होने के one year बाद start की जाती है |

Education Loan एक बहुत बड़ी responsibility है student को इसकी value रखनी चाहिए और इसे time पर बिना किसी परेशानी के चुकाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए |

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