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Thursday, 14 January 2016

बाल दिवस महत्व पर निबंध कविता

by Amar Ujala Now  |  in त्यौहार at  02:50
बच्चे ही किसी देश का भविष्य होते हैं ,उनका विकास देश के विकास को मजबूती देता हैं जितना शक्तिशाली देश के बच्चा होता हैं उतना ही उस देश का युवा प्रभावशील बनता  हैं और उतना ही उज्ज्वल उस देश का भविष्य होता हैं इसलिए हमारे देश में प्रति वर्ष बाल दिवस मनाया जाता हैं |यह दिन एक राष्ट्रिय त्यौहार बाल दिवस के रूप में बच्चो को समर्पित किया गया हैं |

Bal diwas Mahatva Nibandh Essay kavita Poem Hindi

बाल दिवस महत्व पर निबंध कविता

  • बाल दिवस कब मनाया जाता हैं ?
Children’s day विश्व स्तर पर भी मनाया जाता हैं जिसकी दिनांक 20 नवंबर हैं इसकी घोषणा 1 जून 1950 में  Women’s International Democratic Federation द्वारा की गई थी |विभिन्न देशों में भिन्न- भिन्न तारीख पर यह दिन मनाया जाता हैं | भारत देश में यह दिन 14 नवंबर को मनाया जाता हैं |
बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरु के जन्म दिवस 14 नवंबर के दिन मनाया जाता हैं | जवाहरलाल नेहरु स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और वे बच्चों को बहुत पसंद करते थे इसलिए ही बच्चे उन्हें चाचा नेहरु कह कर पुकारते थे |
नेहरु परिवार ने देश की आजादी में भरपूर योगदान दिया और इसी का परिणाम रहा कि उन्हें देश वासियों ने बहुत पसंद किया और वे इस लोकतान्त्रिक देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने |
चाचा नेहरु को बच्चों से विशेष प्रेम था | वे अपना समय बच्चो के बीच बिताना बहुत पसंद करते थे और बच्चे भी इनके साथ सहज महसूस करते थे आसानी से इनसे जुड़ जाते थे अपने दिल की बात इनसे कर पाते थे इसलिए बाल दिवस के लिए नेहरु जी के जन्म दिवस से अच्छा कोई मौका नहीं हो सकता था |
  • बाल दिवस इतिहास children’s Day history
विश्व स्तर पर बाल दिवस मनाये जाने का प्रस्ताव श्री वी कृष्णन मेनन द्वारा दिया गया था जिसके बाद सबसे पहली बार बाल दिवस अक्टूबर में मनाया गया | सभी देशों में इसे मनाये जाने एवम स्वीकृति मिलने के बाद संयुक्त महा सभा द्वारा 20 नवंबर को अन्तराष्ट्रीय बाल दिवस की घोषणा की गई |
बच्चो के अधिकारों के हनन को रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा उनके अधिकारों की भी घोषणा की गई और उसी के आधार पर बाल दिवस मनाये जाने की बात को पुरे विश्व ने स्वीकार किया |
भारत देश में कई बाल श्रमिक हैं जबकि हमारे देश में 18 वर्ष से कम की आयु के बच्चो को किसी भी तरह का काम करने की इजाजत नहीं हैं | बाल अधिकारों को सामने रखने के लिए तथा उनके प्रति सभी को जगाने के लिए बाल दिवस का होना जरुरी हैं | इस एक दिन के कारण सरकार एवम अन्य लोगो का ध्यान इस ओरे करना जरुरी हैं | इस एक दिन से इस समस्या का समाधान आसान नहीं हैं लेकिन इस ओर सभी के ध्यान को केन्द्रित करने के लिए इस एक दिन का होना जरुरी हैं |
बच्चे ही देश का भविष्य होते हैं अगर वे पढने लिखने की उम्र में काम करेंगे आजीविका के लिए खून पसीना एक करेगे तो देश का भविष्य अंधकारमय हो जायेगा | सामान्य शिक्षा सभी का हक़ हैं और उसे ग्रहण करना आज के बच्चो का कर्तव्य बभी होना चाहिये तब ही देश का विकास संभव हैं |
बाल दिवस एक ऐसा आईना होना चाहिये जिसके जरिये सभी को बालको के अधिकार का पता चले और इसका हनन करने वालों को इस बात की गहराई का पता चले कि वे किस प्रकार देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं | तभी बाल दिवस का होना कारगर सिद्ध होगा |
  • कैसे मनाया जाता हैं ?
भारत देश में बड़ी धूमधाम से बाल दिवस मनाया जाता हैं | इस दिन पंडित नेहरु को श्रधांजलि दी जाती हैं |बच्चो के चहेते चाचा नेहरु के जीवन के पन्नो को आज के दिन पलटा जाता हैं आने वाली पीढ़ी को आजादी के लिए दिये गये इनके योगदान के बारे में बताया जाता हैं |
विभिन्न तरीको से बाल दिवस मनाया जता हैं :
  • विशेषकर विद्यालयों में बाल दिवस के उपलक्ष्य में आयोजन किये जाते हैं | कई तरह की प्रतियोगिता रखी जाती हैं |
  • कई तरह के नाटकों का आयोजन किया जाता हैं, नृत्य, गायन एवम भाषण का भी आयोजन किया जाता हैं |
  • बच्चो के लिए खासतौर पर मनाये जाने वाले इस त्यौहार में बच्चों को उनके अधिकारों, उनके कर्तव्यों के बारे में अवगत कराया जाता हैं |
  • छोटे-छोटे बच्चों के मनोरंजन के लिये पिकनिक एवम कई खेल कूद का आयोजन किया जाता हैं |
  • इस दिन रेडियो पर भी कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जो बच्चो को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं |
इस तरह पुरे देश में स्कूल ,सरकारी संस्थाओं एवम कॉलोनी में बाल दिवस का त्यौहार मनाया जाता हैं | बच्चो के उत्साह को बढ़ाने के लिये कई प्रतियोगिता रखी जाती हैं जिससे उनके अंदर के कई गुणों का पता चलता हैं |और इसी से बच्चों का सर्वांगिक विकास होता हैं |
  • कविता :
आता हैं हर वर्ष ये पल
झूमे नाचे बच्चे संग-संग
देते चाचा नेहरु को श्रद्धांजलि
थे यह देश के पहले प्रधानमंत्री
करते थे बच्चों से प्यार
हर जयंती पर होता बच्चो का सत्कार
कच्ची मिट्टी हैं बच्चो का आकार
सच्चे साँचे में ढले यही हैं दरकार
ना हो अन्याय से भरा इनका जीवन
प्रतिज्ञा करो न करोगे बाल शोषण
नन्ही सी कलि हैं ये
भारत का खिलता कमल हैं ये
बाल दिवस पर हैं इन्हें सिखाना
जीवन अनमोल हैं यूँही ना गँवाना
देश के भविष्य हो तुम
शक्तिशाली युग की ताकत हो तुम
इस कविता के माध्यम से यही सन्देश देना चाहती हूँ कि बाल दिवस केवल एक त्यौहार नहीं हैं इस दिन बच्चों को उनके अधिकार और कर्तव्य सिखाना हम नागरिकों का फर्ज हैं ताकि देश का भविष्य उज्जवल हो सके | सबसे पहले हमें खुद को बाल दिवस का महत्व समझाना हैं ताकि हम बच्चो का शोषण ना करे और ना होने दे | जब तक देश के बच्चे स्वस्थ एवम शिक्षित नहीं होते तब तक एक अच्छे देश की कल्पना व्यर्थ हैं |

सुशासन दिवस महत्व निबंध

by Amar Ujala Now  |  in निबंध at  02:11
सुशासन (Good governance) अर्थ हैं एक ऐसा शासन जिसमे देश के लोग प्रसन्न हो, उनका विकास हो, देश के हर फैसले में उनकी हामी शामिल हो ऐसे शासन को ही सुशासन कहा जा सकता हैं जिसकी कल्पना भी आज का व्यक्ति नहीं कर सकता | ऐसे शासन राम राज्य में हुआ करते थे | जब कोई नेता स्वहित छोड़ जनता के हित में कार्य करता हैं वही सुशासन हो सकता हैं लेकिन आज का नेता सबसे पहले स्वहित, फिर अपनों का हित, फिर आस पडौस का हित और फिर कहीं गुंजाईश हो तो जनता का हित देखता हैं |

Sushashan diwas (Date) is celebrated in India in the memory of

भारत में सुशासन दिवस (Sushasan Diwas)पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के दिन तय किया गया हैं | वाजपेयी जी एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्हें पक्ष के साथ विपक्ष के लोग भी आदर देते थे और आज की राजनीती में यह बात बहुत बड़ी हैं |
सुशासन दिवस 25 दिसम्बर को मनाया जाता हैं |
  • Sushasan Divas Good governance Day Declaration Date

सुशासन दिवस दिवस की स्थापना कब की गई ?

सुशासन दिवस की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 25 नवंबर 2014 को वाराणसी से की | अटल बिहारी वाजपेयी की लोकप्रियता को देखते हुए मोदी जी ने इस दिन को सुशासन दिवस के लिए सबसे उपयुक्त कहा |वाजपेयी एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्हें हर कोई पसंद करता था उनके सिधांत, उनका नजरिया एवम उनके काम करने के ढंग ने देश में बहुत बड़ा परिवर्तन किया था |

Good Governance / Sushasan Divas Nibandh Essay Hindi

सुशासन पर निबंध

सुशासन क्या हैं ?

राम राज्य ही सुशासन की वास्तविक परिभाषा हैं लेकिन समय के साथ- साथ एवम परिस्थितियों के कारण इसकी वास्तविक्ता बदलती जा रही हैं | मनुष्य की सोच एवं विचारधारा को जहाँ खुला आसमान मिलता हैं वास्तव में उसी धरा पर सुशासन होता हैं |
भारत के इतिहास में सुशासन के कई उदहारण हैं लेकिन जैसे-जैसे भारत में आधीनता का युग आया वैसे-वैसे सुशासन दूर होता गया और उसकी परिभाषा भी बदलती गई |
आजादी के बाद से आज तक भारत लोकतांत्रिक देश हैं जिसमे जनता का मत सर्वोपरि हैं |लोकतान्त्रिक शासन भी सुशासन का एक रूप हैं जिसमे देश की जनता के पास अधिकार होते हैं और उनमे सामंजस्य बैठाने के लिए कुछ कर्तव्य एवम नियमो का समावेश किया जाता हैं | भारत देश भी इसी सिधांत पर चलता हैं प्रजातंत्र ही यहाँ की सबसे बड़ी ताकत हैं लेकिन शायद आज के समय में यह शब्द केवल अपने आपमें अर्थ ही प्रकट करते हैं और वास्तविक्ता से बहुत दूर हो चले हैं | भ्रष्टाचार ने देश को प्रजातान्त्रिक होते हुए भी सियासी लोगो का गुलाम बना दिया हैं | ऐसे में सुशासन की कल्पना से ही आदमी के चेहरे पर व्यंगात्मक हँसी का भाव दिखाई देने लगता हैं |
क्या इस सभी के पीछे केवल राजनेता का दोष हैं ? क्या आज के समय में सुशासन बस एक स्वप्न मात्र हैं ?
आज प्रजातंत्र की वास्तविक्ता ही जनता के सामने स्पष्ट नहीं हैं | शायद यही सबसे बड़ा कारण हैं कि भारत में भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा हैं और सुशासन एक ठिठौली बनकर रह गया हैं |

सुशासन के प्रमुख अंग इस तरह हैं :

  1. विधि (rule of law) :
भारतीय संविधान अनुच्छेद 14 के मुताबिक विधि शासन के तहत यह स्पष्ट किया गया हैं कि देश के सभी नागरिको के लिए समान नियम बनाये गये हैं जो कि देश में रहने वाले एवम देश के बाहर से आने वाले लोगों पर समान रूप से लागु किये जायेंगे |किसी जाति,धर्म विशेष के लिए इन्हें ना तोड़ा जा सकता हैं और नाही बदला जा सकता हैं |
  1. समानता एवं समावेशन (equity and inclusiveness)
सभी जाति एवम धर्म के लोगो के पास समान अधिकार हैं जिसके तहत वो स्वतंत्रता से अपना जीवन व्यापन कर सकते हैं | उन्हें अपना मत रखने, अपनी बात कहने का पूरा अधिकार हैं भले ही वो किसी भी धर्म एवं जाति के हों |
  1. भागीदारी (participation)
हर मनुष्य को देश के अहम् मुद्दों पर बोलने का हक़ हैं | सभी जगह बिना किसी बंधन के वो अपनी भागीदारी दे सकता हैं | किसी भी जाति,धर्म के लोगो को देश के हर कार्य में अपने भगीदारी देने का हक़ हैं एवम उनका कर्तव्य भी |
  1. अनुक्रियता (responsiveness)
देश के नागरिको को देश हित एवम शांति के लिए कुछ नियमो का पालन करना अनिवार्य हैं |इसे वो अपने अधिकारों के हनन के रूप में नहीं देख सकता क्यूंकि एक बड़े समाज को विभिन्नता के साथ एक ही जगह पर शांति से रहने के लिए कुछ बातों के लिए उत्तरदायी होना जरुरी हैं जिसके लिए उन्हें नियमो का पालन करना जरुरी हैं |
  1. बहुमत (consensus oriented)
किसी व्यक्ति विशेष के आधीन नहीं हैं | बहुमत ही सर्वश्रेष्ठ हैं | इसका उल्लंघन कोई नहीं कर सकता | सरकार सदैव बहुमत के हिसाब से ही अपना निर्णय ले सकती हैं |
  1. प्रभावशीलता दक्षता (effectiveness and efficiency)
सुशासन के तहत शासन में कुछ भी करने की काबिलियत होना जरुरी हैं और जनता उन पर भरोसा करें उनमे यह गुण होना जरुरी हैं | यह एक ऐसा गुण हैं जिसका ख्याल नागरिक को वोट देते वक्त करना चाहिए | उसे आंकलन करना चाहिए कि उम्मीद्वार में से कौन ऐसा हैं जिसमे प्रभावशीलता दक्षता का गुण मौजूद हैं | यही गुण ही किसी शासक को हर परिस्थिती में लड़ने की हिम्मत देता हैं |
  1. पारदर्शिता (transparency)
यह एक अहम् बिंदु हैं | प्रजातंत्र में शासन और जनता के मध्य पारदर्शिता सबसे जरुरी हैं यह जनता का हक और सरकार का कर्तव्य हैं | न्याय, नियम सरकारी कार्य किसी मे भी पारदर्शिता का होना जरुरी हैं |
  1. उत्तरदायित्व (accountability):
यह एक ऐसा बिंदु हैं जिसका पालन सरकार के साथ- साथ जनता को करना भी अनिवार्य हैं | किसी भी शासन प्रणाली को संचालित करने के लिए उत्तरदायित्व निभाना जरुरी हैं |
उपरोक्त दिए सभी पॉइंट आज के समय के अनुसार सुशासन की वास्तविक परिभाषा हैं | जहाँ भी इन सभी बिन्दुओं के आधार पर शासन होता हैं उसे सुशासन कहा जाता हैं |

सुशासन दिवस महत्व :

इस दिवस के कारण नागरिक एवम सरकार को इस दिशा में सोचने का एक दिन मिलता हैं | व्यस्तता के कारण आज का नागरिक कर्तव्य एवम अधिकार के बारे में सोचता ही नहीं | चाहे ना चाहे हर व्यक्ति भ्रष्टाचार की गिरफ्त में हैं ऐसे में सुशासन क्या हैं इसी बात का मतलब नागरिक को पता नही चलता |
सुशासन दिवस आपको यह मौका देता हैं कि हम सभी कम से कम एक दिन अपने अधिकारों एवम कर्तव्यों के विषय में सोचे और उसके तहत विचार कर देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करे और अपने अधिकारों के लिए सवाल करें | यही सुशासन दिवस का महत्व हैं |
Sushasan diwas essay date Hindi सुशासन दिवस पर निबंध आपको कैसा लगा कमेंट जरुर करें |

भारतीय किसान दिवस महत्व निबंध भाषण एवम कविता

by Amar Ujala Now  |  in निबंध at  02:10
देश में किसान की स्थिती दयनीय हैं | उनके लिए सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हमेशा ही जागकर सोचने और कुछ करने का समय हैं क्यूंकि हम सभी अपने विकास के लिए एक दुसरे पर निर्भर हैं | आइये जाने कब मनाया जाता हैं किसान दिवस ?

Bharatiya Kisan Diwas Nibandh speech hindi

किसान दिवस निबंध भाषण

भारत का अधिकांश आय स्त्रोत कृषि हैं और कृषि का अभिन्न अंग हैं किसान |किसान एक ऐसा मजदूर हैं जो मेहनत करके भी दुखी हैं मजबूर हैं | आज भारत में सबसे दयनीय हालत किसान की हैं | देश की आजादी के बाद से हर स्थिती में सुधार आया लेकिन किसान के स्तर में कोई सुधार नहीं |इनकी स्थिती हर बीतते वर्ष के साथ दयनीय होती जा रही हैं | किसान देश की नींव हैं जब इस नींव पर संकट आता हैं तो देश की आधार शिला हिल जाती हैं | आर्थिक व्यवस्था कम्पित हो जाती हैं |आज सबसे ज्यादा जरुरत हैं कि कैसे किसान एवम किसानी के स्तर को उपर उठाया जाये ? कैसे देश को इस दिशा में आत्म निर्भर बनाया जाये ? कृषि पृकृति पर निर्भर करती हैं और पृकृति किसी भी विज्ञान के द्वारा वश में नहीं की जा सकती | अन्ततः इसके आगे सभी को घुटने टेकने ही पड़ते हैं |

kisan diwas is celebrated in India in the memory of

  • राष्ट्रीय किसान दिवस

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जो कि किसान थे और किसानो की धड़कन कहे जाते थे | उनके जन्म दिवस को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं |
 किसान दिवस 23 दिसम्बर को मनाया जाता हैं |

किसान दिवस संक्षिप्त विवरण

चौधरी चरण सिंह किसानो के नेता थे | उन्होंने अपने जीवन के हर कार्य में किसानो को महत्व दिया | इनकी अर्थव्यवस्था में किसान सर्वोपरी थे |इन्होने यह स्पष्ट कर दिया था कि किसान ही देश की धरा और धरा को मजबूती देना सरकार का अहम् कर्तव्य हैं | शायद इसलिए ही इन्हें जवाहरलाल नेहरु जी की आर्थिक नीति में विश्वास कम था इसलिए इनके बीच सदैव मतभेद की स्थिती रहती थी | इसी कारण इन्होने 1967 में अपनी एक नयी पार्टी का गठन किया जिसका चुनाव चिन्ह उन्होंने “हलदार” तय किया |
1किसान दिवस तिथी23 दिसम्बर
2इस दिन का चुनाव क्यूँ किया गया ?23 दिसम्बर देश के पांचवे प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस हैं और यह किसान के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं |
3कब की गई किसान दिवस की स्थापनावर्ष 2001
4कैसे मनाया जाता हैं किसान दिवस·       उत्तर प्रदेश में इस दिन छुट्टी होती हैं
·       किसान के प्रति जनता एवम सरकार को जागरूक किया जाना लक्ष्य होता हैं
·       किसानो को आधुनिकता के प्रति प्रेरित किया जाता हैं |
प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जीवन परिचय |
  • किसान दिवस की स्थापना कब की गई ?

वर्ष 2001 में भारतीय सरकार द्वारा किसान दिवस की घोषणा की गई जिसके लिए चौधरी चरण सिंह जयंती से अच्छा मौका नहीं था अतः उनके कार्यो को ध्यान में रखते हुए 23 दिसम्बर को भारतीय किसान दिवस की घोषणा की गई | तब ही से प्रति वर्ष 23 दिसम्बर किसान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं |

Kisan Diwas Mahatva

  • किसान दिवस महत्व :

सुनने में कई लोगो को अजीब लगता हैं कि किसान दिवस की क्या आवश्यक्ता हैं लेकिन इस बात को एक जश्न में रूप में ना देखे | सभी महत्वपूर्ण दिवस हमारा उस तरफ ध्यान ले जाने के लिए बनाये जाते हैं | देश के युवा एवम महानगर निवासी अपनी निजी जिन्दगी में इस तरह व्यस्त हैं कि उन्हें देश की स्थिती का भान ही नहीं हैं |वे यह बात समझ ही नहीं पा रहे हैं कि देश किस तरह से कृषि पर निर्भर करता हैं ? कैसे किसान की जिन्दगी उनके लिए भी महत्वपूर्ण हैं ? यह सभी बाते समझने एवम उन पर विचार करने के लिए आज के युवा के पास समय ही नहीं हैं ऐसे में किसान दिवस उन्हें यह सोचने पर मजबूर करता हैं और शायद केवल इस एक दिन के कारण देश का ध्यान इस ओर जाता हैं |
दूसरा दृष्टिकोण उन किसानो के लिए हैं जो अपने आपको निसहाय महसूस कर रहे हैं | कहीं न कहीं किसान दिवस उनमे एक उम्मीद का दीपक जलाता हैं | उन्हें यह अहसाह होता हैं कि वे अकेले नहीं हैं | देश उनके साथ खड़ा हैं |

Kisan Diwas Celebration Kaise Manate hain

किसान दिवस कैसे मनाया जाता हैं ?

  • किसान दिवस के दिन उत्तरप्रदेश में छुट्टी रहती हैं देश का अधिकांश किसान उत्तर भारत से हैं | चौधरी चरण सिंह भी वही के थे इसलिए यह दिवस वहाँ बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं |
  • किसान दिवस के दिन उन नेताओं को सम्मानित किया जाता हैं जिन्होंने देश के किसान के विकास के लिए उचित कार्य किये हो |
  • इस दिन कृषि संबंधी कई वर्कशॉप, सेमिनार का आयोजन किया जाता हैं जिसके जरिये किसानो को आधुनिक कृषि एवम आने वाली आपदाओ से कैसे राहत मिले इस तरह की जानकारी विस्तार से दी जाती हैं |
  • किसान दिवस के दिन कृषि वैज्ञानिक किसानों से बातचीत करते हैं उनकी समस्या को सुन उसका हल देते हैं |
  • इस दिन किसानो को एक बेहतर और आधुनिक कृषि का ज्ञान दिया जाता हैं साथ ही उन्हें इस ओर प्रेरित किया जाता हैं |
  • किसान दिवस के दिन किसानो को उनके हक़ और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से बताया जाता हैं |
इस प्रकार हर एक प्रान्त में अलग – अलग तरह से किसान दिवस का आयोजन किया जाता हैं |
  • Kisan Diwas Par Kavita

किसान दिवस पर कविता

जिनके अनाज के भंडार हैं 
पर खाने को दाना नहीं
जिनके आँगन में दुग्ध बहे 
पर उसने कभी चखा नहीं
मेहतन ही उसकी ताकत हैं 
फिर भी वो आज भिखारी हैं 
अनाज का हैं वो दाता  
फिर भी सोता भूखा हैं
वह मेहनत की ही खाता हैं 
पर पृकृति का गुलाम हैं 
आस लगाये वो आसमान निहारे 
लेकिन भाग्य में उसके शाम हैं
साहूकार ने रही सही 
सांसे भी उससे छीन ली 
सियासी और कालाबजारी ने 
उसकी जिन्दगी दूभर करी
फिर भी वो उठता हैं 
मेहनत करते जाता हैं 
एक दिन आएगा फिर से 
जब किसान ही लहरायेगा 
कब तक रूठेगी तू पृथ्वी 
तुझे वो मेहनत से ही मनायेगा
Kisan Diwas Date Nibandh Mahatva speech kavita hindi भारतीय किसान दिवस महत्व निबंध भाषण एवम कविता जरुर पढ़े |किसान दिवस के दिन हर एक व्यक्ति को यह सोचना चाहिये कि देश केवल स्वहित से ही आगे नहीं बढ़ सकता | देश के विकास के लिए नींव का मजबूत होना जरुरी हैं इसलिए सभी देश वासियों को किसान की स्थिती बेहतर करने के लिये अपना योगदान देना चाहिए और किसान परिवार को भी अपने आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करने का प्राण लेना चाहिये |

क्रिसमस डे निबंध इतिहास शायरी एवम कहानी

by Amar Ujala Now  |  in निबंध at  02:03
Christmas day Nibandh History Tree Shayari Speech Hindi क्रिसमस डे निबंध इतिहास शायरी एवम कहानी पढ़े जो आपको जानने में मदद करेगी दुनियाँ में जितने भी त्यौहार मनाये जाते हैं उनका मक्सद केवल प्रेम हैं | एकता को बनाये रखने के लिए ही त्यौहार शुरू किये गये लेकिन आज हम सभी वास्तविक्ता से बहुत दूर आपसी बैर में एकता को खत्म कर रहे हैं |

Merry Christmas day Nibandh 

क्रिसमस डे निबंध महत्व 

क्रिसमस डे (Christmas Day) दूनियाँ में सर्वाधिक मनाये जाने वाले त्यौहारों में से एक हैं | यह ईसाई धर्म का विशेष फेस्टिवल हैं | इस दिन गॉड ईसा मसीह का जन्म हुआ था | इस फेस्टिवल को क्रिश्चियन समुदाय के लोग पुरे उत्साह से मनाते हैं |इस दिन पुरे वर्ल्ड में छुट्टी होती हैं | सभी त्यौहार प्रेम और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए मनाये जाते हैं | इनमे क्रिसमस डे का भी यही उद्देश्य हैं | खासतौर पर बच्चों में प्रेम और ईश्वर के प्रति आस्था बनाये रखने के लिए इस दिन कई प्रकार के आयोजन किये जाते हैं |
  • Christmas Day Date

कब मनाया जाता हैं क्रिसमस डे

यह दिन 25 दिसम्बर के दिन मनाया जाता हैं | इसे बड़ा दिन कहा जाता हैं | माना जाता हैं इस दिन ईसा मसीहा का जन्म हुआ था जो कि क्रिश्चियन समुदाय के भगवान कहे जाते हैं |क्रिसमस 12 दिनों तक मनाया जाता हैं इस प्रकार यह 6 जनवरी तक चलता हैं |
सभी धर्म प्रेम का पाठ सिखाते हैं इस त्यौहार का भी यही मकसद हैं यह भी मनुष्य में प्यार और विश्वास को बनाये रखने का संदेश देता हैं |
क्रिसमस के 12 दिन के फेस्टिवल को क्रिसमसटाइड के नाम से जाना जाता हैं | इन दिनों सभी एक दुसरे को गिफ्ट्स, फ्लावर्स, कार्ड्स आदि देते हैं | साथ ही इन दिनों क्रिसमस के सॉंग गाये जाते हैं और कई देशो में इस दिन सांता की प्रथा का अनुसरण किया जाता हैं |
छोटे बच्चे सांता क्लॉज़ से नये-नये गिफ्ट की विश करते हैं और इस दिन सांता उनकी इच्छा पूरी करते हैं |
  • Christmas Day Story History

क्रिसमस कहानी इतिहास

क्रिसमस का दिन जीजस क्रिस्ट का जन्म दिवस माना जाता हैं | इसके बारे में तथ्य बाइबिल में लिखे गए हैं | इनके बारे में कई कहानियाँ कही जाती हैं | तथ्य के अनुसार कहा जाता हैं इनके जन्म के समय गॉड ने मनुष्य को यह संकेत दिए थे कि उनकी रक्षा और उन्हें ज्ञान देने के लिए ईश्वर का एक अंश मसीहा के रूप में आप सभी के बीच जन्म लेने वाला हैं |
जीजस को ही मसीहा कहा जाता हैं इनकी माँ का नाम मेरी और पिता का नाम जोसेफ था | जब इनका जन्म होने वाला था तब इनके माता पिता की शादी नहीं हुई थी इनके पिता एक कारपेंटर थे | इनके जन्म के समय गॉड ने इनके माता पिता को इनके दिव्य होने का संदेशा एक परी के जरिये भिजवाया था | और बहुत से ज्ञानी महात्मा लोगो को भी इस बात का पता था कि ईश्वर का अंश जन्म लेने वाला हैं | इनके जन्म के समय इनके माता पिता एक जंगली इलाके में फंस गये थे वही कई जानवरों के बीच जीजस का जन्म हुआ था जिसे देखने कई महान बुद्धिमान लोग आये थे | कहा जाता हैं वह दिन क्रिसमस था |
  • Christmas Tree Celebration History

क्रिसमस ट्री इतिहास :

क्रिसमस डे सेलिब्रेशन में सबसे ज्यादा महत्व क्रिसमस ट्री का होता हैं इसके पीछे भी एक पौराणिक कथा कही जाती हैं कि कैसे इस दिन ट्री को सजाया जाने लगा |
क्रिसमस के दिन सदाबहार वृक्ष को सजाकर सेलिब्रेशन किया जाता हैं यह परम्परा जर्मनी से शुरू हुई जिसमे एक बीमार बच्चे को खुश करने के लिए उसके पिता ने सदाबहार वृक्ष को सुंदर तैयार करके उसे गिफ्ट दिया |
इसके अलावा यह भी कहा जाता हैं जब जीजस का जन्म हुआ तब ख़ुशी व्यक्त करने के लिए सभी देवताओं ने सदाबहार वृक्ष को सजाया तब ही से इस वृक्ष को क्रिसमस ट्री का प्रतीक समझा जाने लगा और यह परंपरा प्रचलित हो गई |
  • Christmas Day Celebration

कैसे मानते हैं क्रिसमस डे :

  • यह फेस्टिवल क्रिसमस के कई दिनों पहले शुरू हो जाता हैं जिसमे क्रिश्चियन जाति के लोग अथवा जो इसे मानते हैं | वे सभी इन दिनों बाइबिल पढ़ते हैं, मैडिटेशन करते हैं और अपने धर्म के अनुसार फ़ास्ट अथवा उपवास भी करते हैं |
  • क्रिसमस में यीशु के जन्म का सेलिब्रेशन के साथ- साथ दुनियाँ में शांति का संदेश भी देता हैं | यीशु शांति और सदाचार का प्रतीक माने जाते हैं इन दिनों उनके जीवन संबंधी कहानियाँ पढ़ी एवम सुनाई जाती हैं जिससे मनुष्य में शांति, दया, सदाचार एवम प्यार का भाव उत्पन्न हो सके |
  • इन दिनों में सभी अपने घर एवम आसपास के सभी स्थानों को साफ़ करते हैं उन्हें सजाते हैं | कई अच्छे-अच्छे व्यन्जन बनाते हैं |अपनों के लिए गिफ्ट्स लाते हैं कार्ड्स बनाते हैं | और एक दुसरे से मिलकर उन्हें कार्ड्स, गिफ्ट्स एवम कई पकवान देते हैं |
  • इन दिनों चर्च में प्रेयर की जाती हैं, मैडिटेशन करते हैं, सॉंग गाये जाते हैं कैंडल जलाकर सेलिब्रेशन किया जाता हैं |
  • यीशु के जन्म का सेलिब्रेशन किया जाता हैं खासतौर पर चर्च में जश्न मनाया जाता हैं |

Christmas Day Hindi Shayari

क्रिसमस शायरी

  • खत्म हुआ इंतजार
    फिर आएगी सदाबहार
    क्रिसमस का लाये हैं हम संदेश
    सभी मनाये क्रिसमस देश विदेश
   Merry Christmas
========
  • सुंदर सजाया क्रिसमस ट्री
    घर में बनाया केक और पेस्ट्री
    कब बजेगी घड़ी में बारा
    हम जायेंगे मोहल्ला सारा
  Merry Christmas
==========
टीम टीम करते तारे
आसमान में छा गये सारे
कहते हैं वो जोर-जोर से
क्रिसमस मनाओ जोर शोर से
  Merry Christmas
==========
  • सुंदर सजायेंगे ट्री इस बार
    चलो जल्दी करो मेरे यार
    आयेगा सांता क्लॉज़ इस बार
    मांगो तौहफा और ढेर सारा प्यार
  क्रिसमस की शुभकामनाएं
==========
  • आया हैं आया क्रिसमस का त्यौहार
    चलो मनाये जमकर इस बार
    देते हैं आपको ढेर सारी बधाई
    खत्म करो आज सारी लड़ाई

    किसमस की बधाई  
==========
Christmas day Nibandh History Tree Shayari Speech आपको यह आर्टिकल के जरिये हमारी तरफ से ढेर सारी बधाई | त्यौहार प्रेम और दया का भाव सिखाता हैं इसे जितना मनाते हैं उतना ही अपनों के करीब आते हैं | त्यौहार किसी भी धर्म का हो प्रेम का पाठ ही सिखाता हैं | इसलिए हमें सभी त्यौहार दिल से मनाना चाहिये |

होली त्यौहार कथा निबंध लठ्ठ मार होली इतिहास

by Amar Ujala Now  |  in त्यौहार at  02:01
Holi Tyohar Nibandh Essay History Date Mahatva Hindi Songs Katha होली त्यौहार कथा निबंध लठ्ठ मार होली इतिहासजरुर पढ़े कैसे हमारे देश में तरह तरह के त्यौहार मनाये जाते हैं जिसका मजा देखने पर्यटक भी खींचे चले आते हैं |


Holi Tyohar Nibandh Essay In Hindi

होली पर निबंध

होली रंगों का त्यौहार हैं जो जीवन में रंगों का महत्व बताता हैं | होली का त्यौहार भी बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न हैं | जश्न कई तरह से मनाया जाता हैं | इसी तरह होली में रंगों एवम फूलो से जश्न मनाने की रीत हैं | होली भारत देश में मनाये जाने वाले बड़े त्यौहारों में से हैं दिवाली के बाद होली ही पुरे देश में उत्साह से मनाई जाती हैं |
यह दो दिवसीय त्यौहार कही जाती हैं | पहला दिन होलिका दहन किया जाता हैं और दुसरे दिन होली खेली जाती हैं जिसे धुलेंडी कहा जाता हैं |इस रंगो की त्यौहार में कई प्रथायें छिपी होती हैं कई तरह से इस त्यौहार को मनाया जाता हैं लेकिन मकसद सिर्फ एक होता हैं दिल में भरे आपसी द्वेष को भूलकर अपने रिश्तो और दोस्तों को गले लगाना और उत्साह के साथ होली के इस त्यौहार को मनाना | कहा जाता हैं इस दिन आपसी बैर को छोड़कर सभी अपनों को गले लगाते हैं और रंगो के साथ धूमधाम से त्यौहार मनाते हैं |
  • Holi kab hai 2016

होली कब हैं ?

हिंदी पंचाग के अनुसार फाल्गुन की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन होता हैं और चैत्र की प्रथमा के दिन रंग खेला जाता हैं |होली दो दिन का त्यौहार हैं पहले दिन होली जलाई जाती हैं जिसे होलिका दहन अथवा छोटी होली कहते हैं और दूसरा दिन होली मनाने का होता हैं जिसे पानी, रंगों एवं फूलो से मनाया जाता हैं |
वर्ष 2016 में होली (holi 2016) 23 मार्च एवम 24 मार्च को मनाई जायेगी |
  • Holi Katha mahatva

होली की कथा महत्व

हर एक त्यौहार के पीछे एक शिक्षाप्रद कथा अथवा इतिहास होता हैं जो हमें सही गलत की सीख देता हैं | होली के त्यौहार के पीछे भी एक पौराणिक कथा हैं |
हिरण्याकश्यप एक राक्षस राज था जिसने सम्पूर्ण पृथ्वी पर अपना अधिपत्य कर लिया था | इस बात का उसे बहुत घमंड था और वो अपने आपको भगवान विष्णु से श्रेष्ठ समझता हैं |वो स्वयं को भगवान विष्णु का शत्रु मानता था इसलिए उसने यह ठान रखी थी कि वो किसी को विष्णु पूजा नहीं करने देगा और जो करेगा वो उसे मार देगा | उसने सभी विष्णु भक्तो पर अत्याचार करना शुरू कर दिया | उसी हिरण्याकश्यप का पुत्र था प्रहलाद | प्रहलाद में पिता के कोई अवगुण ना थे | वो एक प्रचंड विष्णु भक्त था और निरंतर उनका नाम जपता था | यह बात हिरण्याकश्यप को एक आँख ना भाती थी | इसलिए उसने प्रहलाद को समझाने के कई प्रयास किये | सब विफल होने पर उसने अपने ही पुत्र को मारने का निर्णय लिया जिसके लिए उसने अपनी बहन होलिका को बुलाया | होलिका को आशीर्वाद मिला था कि उसे कोई भी अग्नि जला नहीं सकती लेकिन अगर वो इस वरदान का गलत उपयोग करेगी तो स्वयं भस्म हो जाएगी | भाई की आज्ञा के कारण बहन होलिका अपने भतीजे प्रहलाद को गोदी में लेकर लकड़ी की शैय्या पर बैठ जाती हैं |और सैनिकों को लकड़ी में आग लगाने का हुक्म देती हैं | प्रहलाद अपनी बुआ की गोदी में बैठकर अपने अराध्य देव विष्णु का नाम जपने लगता हैं और विष्णु भगवान भी प्रहलाद की सच्ची और निष्काम भक्ति के कारण उसकी रक्षा करते हैं | इस प्रकार होलिका अग्नि में जलकर भस्म हो जाती हैं |  तभी से यह त्यौहार मनाया जाता हैं | कहा जाता हैं सच्चे भक्त को गलत इरादों के कारण मारने के प्रयास में बुराई का सर्वनाश होता हैं | इस प्रकार इस दिन को बुराई को खत्म कर जलाकर अच्छाई की तरफ रुख करने का त्यौहार माना जाता हैं |
  • Holi Celebration In India

होली कैसे मनाई जाती हैं ?

यह त्यौहार उत्तर भारत में विशेष रूप से मनाया जाता हैं | पुरे देश में मथुरा, वृन्दावन, ब्रज, गोकुल, नंदगाँव की होली सबसे ज्यादा प्रसिद्द हैं | इनके अलावा बरसाना की होली सबसे ज्यादा अनोखी हैं | इसे लट्ठमार होली कहा जाता हैं इसके शहर की लडकियाँ लड़को को लट्ठ मारती हैं |
  • लठ्ठ मार होली :

लट्ठ मार होली फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाई जाती हैं | इस होली का रिवाज उत्तर भारत में हैं | यह रिवाज बरसाना एवं नंदगाँव में हैं | इसे देखने देश और विदेश के लोग हर साल इक्कठा होते हैं | कहा जाता हैं यह होली ग्वाले और गोपियों के बीच खेली जाती हैं | ग्वालों का गाँव नंदगाँव हैं | जहाँ से वे गोपियों को रिझाने उसके गाँव बरसाना आते हैं और गोपियाँ उन्हें लठ्ठ मारती हैं जिससे बचने के लिए ग्वाले ढाल का उपयोग करते हैं | ऐसा खेल कृष्ण अपने सखाओ के साथ गोपियों के संग खेलते थे जो बढ़ते- बढ़ते आज लठ्ठ मार होली के रूप में मनाया जाने लगा जिसे देखने लोगो का तांता लगा रहता हैं | यह लठ्ठ मार होली भारत के साथ- साथ विदेशो में भी प्रसिद्द हैं इसलिए  विदेशी पर्यटक विशेष रूप से इसे देखने भारत आते हैं |
  • होली का एक और रूप हैं कई जगहों पर फूलो की होली खेली जाती हैं जो आज के समय में पानी बचाओ का संदेश देती हैं |
  • गैर वाली प्रसिद्द होली :

यह खेल रंगपंचमी के दिन खेला जाता हैं जो कि होली के पांच दिन बाद आती हैं | गैर की होली मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में खेली जाती हैं | इसमें पुरे शरह के सभी इलाकों से पुरुष एकत्र होकर शहर के मध्य स्थान राजवाड़ा पर एकत्र होते हैं | सभी अपने अपने मौहल्ले से नाचते गाते ढोल ढमाकों के साथ होली खेलते हुए राजवाड़ा पर आते हैं और इस दिन होली का रंग हाथों से नहीं बल्कि टेंकर में भरकर लोगो पर बरसाया जाता हैं | साथ ही घरो में भी टैंकर से रंग वाला पानी बरसाया जाता हैं | पूरा शहर इक्कट्ठा होकर एक साथ होली खेलता हैं |  इस दिन के लिए कई दिनों पहले राजबाड़ा के आसपास के घरो एवं दुकानों को बड़े-बड़े प्लास्टिक के जरिये ढाका जाता हैं ताकि रंग के पानी से सुरक्षा की जा सके | इस तरह यह इंदौर की रंगपंचमी पुरे देश में प्रसिद्द हैं |
  • होली पार्टी :

आज के समय में सभी त्यौहार पार्टी के रूप में मनाये जाते हैं जिसमे सभी नाते रिश्तेदार एवम दोस्त एक जगह एकत्र होकर त्यौहार का मजा लेते हैं | होली में विशेष रूप से भांग वाली ठंडाई पी जाती हैं | होली के गीतों के साथ सभी एक दुसरे को पकवान खिलाते और गुलाल लगाकर होली की बधाई देते हैं |
  • फाग महोत्सव :

होली के त्यौहार में कई लोग फाग महोत्सव का आयोजन करते हैं जिसमे सभी एक दुसरे से मिलते हैं एवम holi के गीत गाते हैं | खासतौर पर छोटे शहरों में फाग के गीत गाये जाते हैं जिसमे एक मंडली होती हैं जो सभी के घर जाकर फाग के गीत गाती हैं जिसमे नाचते हैं और ढोलक, मंजीरा बजाकर त्यौहार का आन्नद लिया जाता हैं | सभी अपने- अपने रीती रिवाज के अनुसार फाग महोत्सव मनाते हैं |

होली के फ़िल्मी गाने

Holi Hindi Filmy Songs :

क्रगीतफिल्म नाम
1रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसेसिलसिला
2होली के दिन दिल खिल जाते हैं रंगों में रंग मिल जाते हैंशोले
3अंग से अंग लगाना सजन हमें ऐसे रंग लगानाडर
4गिव मी अ फेवर लेट्स प्ले होली
5होलीरा में उड़े रे गुलाल कैयों रे मगेतर से
6अरे जा रे हट नटखटनवरंग
7होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीराबाघबान
8देखो आई होलीमंगल पांडे
9ओ देखो होली आईमशाल
10फागुन आयो रेफागुन
11बलम पिच्कारी जो तूने मुझे मारी
इस प्रकार पुरे देश में तरह-तरह से होली का त्यौहार मनाया जाता हैं | होली में गीतों का बहुत ज्यादा महत्व होता हैं कई दिनों पहले से होली के गाने इक्कठे कर पार्टी की तैयारी की जाती हैं | आपके लिए कुछ Holi के बॉलीवुड सॉंग की लिस्ट लिखी गई हैं जिसके जरिये आप अपने पसंदीदा गाने को होली पर बजाकर आनंद ले सकते हैं |
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