Thursday 14 January 2016

भारतीय किसान दिवस महत्व निबंध भाषण एवम कविता

by Amar Ujala Now  |  in निबंध at  02:10

देश में किसान की स्थिती दयनीय हैं | उनके लिए सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हमेशा ही जागकर सोचने और कुछ करने का समय हैं क्यूंकि हम सभी अपने विकास के लिए एक दुसरे पर निर्भर हैं | आइये जाने कब मनाया जाता हैं किसान दिवस ?

Bharatiya Kisan Diwas Nibandh speech hindi

किसान दिवस निबंध भाषण

भारत का अधिकांश आय स्त्रोत कृषि हैं और कृषि का अभिन्न अंग हैं किसान |किसान एक ऐसा मजदूर हैं जो मेहनत करके भी दुखी हैं मजबूर हैं | आज भारत में सबसे दयनीय हालत किसान की हैं | देश की आजादी के बाद से हर स्थिती में सुधार आया लेकिन किसान के स्तर में कोई सुधार नहीं |इनकी स्थिती हर बीतते वर्ष के साथ दयनीय होती जा रही हैं | किसान देश की नींव हैं जब इस नींव पर संकट आता हैं तो देश की आधार शिला हिल जाती हैं | आर्थिक व्यवस्था कम्पित हो जाती हैं |आज सबसे ज्यादा जरुरत हैं कि कैसे किसान एवम किसानी के स्तर को उपर उठाया जाये ? कैसे देश को इस दिशा में आत्म निर्भर बनाया जाये ? कृषि पृकृति पर निर्भर करती हैं और पृकृति किसी भी विज्ञान के द्वारा वश में नहीं की जा सकती | अन्ततः इसके आगे सभी को घुटने टेकने ही पड़ते हैं |

kisan diwas is celebrated in India in the memory of

  • राष्ट्रीय किसान दिवस

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जो कि किसान थे और किसानो की धड़कन कहे जाते थे | उनके जन्म दिवस को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं |
 किसान दिवस 23 दिसम्बर को मनाया जाता हैं |

किसान दिवस संक्षिप्त विवरण

चौधरी चरण सिंह किसानो के नेता थे | उन्होंने अपने जीवन के हर कार्य में किसानो को महत्व दिया | इनकी अर्थव्यवस्था में किसान सर्वोपरी थे |इन्होने यह स्पष्ट कर दिया था कि किसान ही देश की धरा और धरा को मजबूती देना सरकार का अहम् कर्तव्य हैं | शायद इसलिए ही इन्हें जवाहरलाल नेहरु जी की आर्थिक नीति में विश्वास कम था इसलिए इनके बीच सदैव मतभेद की स्थिती रहती थी | इसी कारण इन्होने 1967 में अपनी एक नयी पार्टी का गठन किया जिसका चुनाव चिन्ह उन्होंने “हलदार” तय किया |
1किसान दिवस तिथी23 दिसम्बर
2इस दिन का चुनाव क्यूँ किया गया ?23 दिसम्बर देश के पांचवे प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस हैं और यह किसान के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं |
3कब की गई किसान दिवस की स्थापनावर्ष 2001
4कैसे मनाया जाता हैं किसान दिवस·       उत्तर प्रदेश में इस दिन छुट्टी होती हैं
·       किसान के प्रति जनता एवम सरकार को जागरूक किया जाना लक्ष्य होता हैं
·       किसानो को आधुनिकता के प्रति प्रेरित किया जाता हैं |
प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जीवन परिचय |
  • किसान दिवस की स्थापना कब की गई ?

वर्ष 2001 में भारतीय सरकार द्वारा किसान दिवस की घोषणा की गई जिसके लिए चौधरी चरण सिंह जयंती से अच्छा मौका नहीं था अतः उनके कार्यो को ध्यान में रखते हुए 23 दिसम्बर को भारतीय किसान दिवस की घोषणा की गई | तब ही से प्रति वर्ष 23 दिसम्बर किसान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं |

Kisan Diwas Mahatva

  • किसान दिवस महत्व :

सुनने में कई लोगो को अजीब लगता हैं कि किसान दिवस की क्या आवश्यक्ता हैं लेकिन इस बात को एक जश्न में रूप में ना देखे | सभी महत्वपूर्ण दिवस हमारा उस तरफ ध्यान ले जाने के लिए बनाये जाते हैं | देश के युवा एवम महानगर निवासी अपनी निजी जिन्दगी में इस तरह व्यस्त हैं कि उन्हें देश की स्थिती का भान ही नहीं हैं |वे यह बात समझ ही नहीं पा रहे हैं कि देश किस तरह से कृषि पर निर्भर करता हैं ? कैसे किसान की जिन्दगी उनके लिए भी महत्वपूर्ण हैं ? यह सभी बाते समझने एवम उन पर विचार करने के लिए आज के युवा के पास समय ही नहीं हैं ऐसे में किसान दिवस उन्हें यह सोचने पर मजबूर करता हैं और शायद केवल इस एक दिन के कारण देश का ध्यान इस ओर जाता हैं |
दूसरा दृष्टिकोण उन किसानो के लिए हैं जो अपने आपको निसहाय महसूस कर रहे हैं | कहीं न कहीं किसान दिवस उनमे एक उम्मीद का दीपक जलाता हैं | उन्हें यह अहसाह होता हैं कि वे अकेले नहीं हैं | देश उनके साथ खड़ा हैं |

Kisan Diwas Celebration Kaise Manate hain

किसान दिवस कैसे मनाया जाता हैं ?

  • किसान दिवस के दिन उत्तरप्रदेश में छुट्टी रहती हैं देश का अधिकांश किसान उत्तर भारत से हैं | चौधरी चरण सिंह भी वही के थे इसलिए यह दिवस वहाँ बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं |
  • किसान दिवस के दिन उन नेताओं को सम्मानित किया जाता हैं जिन्होंने देश के किसान के विकास के लिए उचित कार्य किये हो |
  • इस दिन कृषि संबंधी कई वर्कशॉप, सेमिनार का आयोजन किया जाता हैं जिसके जरिये किसानो को आधुनिक कृषि एवम आने वाली आपदाओ से कैसे राहत मिले इस तरह की जानकारी विस्तार से दी जाती हैं |
  • किसान दिवस के दिन कृषि वैज्ञानिक किसानों से बातचीत करते हैं उनकी समस्या को सुन उसका हल देते हैं |
  • इस दिन किसानो को एक बेहतर और आधुनिक कृषि का ज्ञान दिया जाता हैं साथ ही उन्हें इस ओर प्रेरित किया जाता हैं |
  • किसान दिवस के दिन किसानो को उनके हक़ और उन्हें दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से बताया जाता हैं |
इस प्रकार हर एक प्रान्त में अलग – अलग तरह से किसान दिवस का आयोजन किया जाता हैं |
  • Kisan Diwas Par Kavita

किसान दिवस पर कविता

जिनके अनाज के भंडार हैं 
पर खाने को दाना नहीं
जिनके आँगन में दुग्ध बहे 
पर उसने कभी चखा नहीं
मेहतन ही उसकी ताकत हैं 
फिर भी वो आज भिखारी हैं 
अनाज का हैं वो दाता  
फिर भी सोता भूखा हैं
वह मेहनत की ही खाता हैं 
पर पृकृति का गुलाम हैं 
आस लगाये वो आसमान निहारे 
लेकिन भाग्य में उसके शाम हैं
साहूकार ने रही सही 
सांसे भी उससे छीन ली 
सियासी और कालाबजारी ने 
उसकी जिन्दगी दूभर करी
फिर भी वो उठता हैं 
मेहनत करते जाता हैं 
एक दिन आएगा फिर से 
जब किसान ही लहरायेगा 
कब तक रूठेगी तू पृथ्वी 
तुझे वो मेहनत से ही मनायेगा
Kisan Diwas Date Nibandh Mahatva speech kavita hindi भारतीय किसान दिवस महत्व निबंध भाषण एवम कविता जरुर पढ़े |किसान दिवस के दिन हर एक व्यक्ति को यह सोचना चाहिये कि देश केवल स्वहित से ही आगे नहीं बढ़ सकता | देश के विकास के लिए नींव का मजबूत होना जरुरी हैं इसलिए सभी देश वासियों को किसान की स्थिती बेहतर करने के लिये अपना योगदान देना चाहिए और किसान परिवार को भी अपने आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करने का प्राण लेना चाहिये |

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