मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले पेटलावद में हुआ जोरदार विस्फोट जिसमे अब तक 90 लोग मारे गए और 100 से 150 लोगो के घायल होने की खबर हैं |
पेटलावद जिला झाबुआ में हुआ विस्फोट कई लोग मारे गए :
यह विस्फोट शनिवार की सुबह एक रेस्टोरेंट में हुआ | पहले एक विस्फोट हुआ जिसके बाद रेस्टोरेंट के पास गौदाम में कुछ जिलेटिन की छड़े थी विस्फोट के सम्पर्क में आने से उन छड़ो में धमाका हुआ | पहले धमाके के बाद लोग देखने के लिए खड़े हो गए और दूसरा धमाका इतना खतरनाक था कि लोगो के शरीर के हिस्से हवा में उड़ गए मौके पर ही कई लाशें बिछ गई | साथ ही तीन घर पूरी तरह से ख़त्म हो गये और आप- पास बनी दुकाने भी धमाके की चपेट में आकर ख़त्म हो गई | कई लोग इस विस्फोट की चपेट में आ गये | कई लोगो की लाश को पहचान लिया गया |
यह जिलेटिन छड़े अवैध रूप से रखी गई थी | घटना के बाद मध्यप्रदेश मुख्य मंत्री शिवराज सिंह ने जांच के आदेश दिये |
गोदाम का मालिक परिवार समेत फरार :
बताया जा रहा हैं यह विस्फोट गौदाम में रखे विस्फोटक के कारण हुआ हैं | इस गौदाम के मालिक का नाम राजेंद्र कांसवा हैं जो कि अपने पुरे परिवार के साथ घटना के बाद से गायब हैं | राजेंद्र कांसवा को पकड़ने के लिए 1 लाख का इनाम तय किया गया हैं |
कांसवा का पूरा परिवार ऐसी विस्फोटक सामग्री का व्यापार कर रहा हैं | कई वर्ष पहले इन्ही सामग्री में विस्फोट के बाद उन्होंने अपने भाई को खोया था |
मरने वालो के परिवार को मिलेगा मुआवजा :
शिवराज सिंह ने इस घटना में मरने वालो के परिवार जनों को दो दो लाख एवम गंभीर घायलों को 50 हजार का मुआवजा देने का एलान किया हैं |
IBI ने दिये जांच के आदेश :
इस घटना के बाद पुलिस ने इसे महज एक हादसा कहा जबकि अवैध रूप से विस्फोटक रखे जान के कारण इस घटना ने इतनी जाने ले ली |यह व्यापार गलत तरीके से किया जा रहा था | कई नियमो का उल्लंघन किया गया हैं |
पूरी पुलिस की टीम का तबादला किया गया हैं और TI को सस्पेंड करने के आदेश हैं |केंद्र सरकार ने भी मामले की जांच के आदेश दिये हैं |
फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही सभी बाते विस्तार से सामने आएगी |
इस तरह के विस्फोटक सामग्री के व्यापार में कई नियमो का पालन किया जाता हैं जैसे :
- ऐसा विस्फोटक माल शहर के बाहर रखा जाता हैं और किसी लोहे के मजबूत आवरण के अन्दर रखा जाता हैं लेकिन यहाँ यह स्थान बीच शहर में हैं साथ ही रॉड खुली रखी गई थी ऐसा कहा जा रहा हैं |
- जिस जगह भी ऐसे पदार्थ रखे जाते हैं उन्हें आस – पास से बंद कर उस पर संकेत डाले जाते हैं खतरे के निशान बनाये जाते हैं ताकि लोग इससे सावधान रहें | पर इस गौदाम में ऐसा कुछ नहीं था |
- इस व्यापार के लिए मिले लाईसेन्स में फिस्फोटक सामग्री की मात्रा तय कर दी जाती हैं इससे ज्यादा माल रखना गैर क़ानूनी माना जाता हैं | जिस तरह से बड़ा हादसा हुआ हैं सभी का मानना हैं कि जिलेटिन की रॉड ज्यादा ही रखी गई होंगी |
इस प्रकार इस मामले में कई गैर क़ानूनी संकेत दिख रहे हैं जिसके जांच के आदेश दिये गए हैं |
विपक्ष का बयान :
आरोपी राजेन्द्र अब तक फरार हैं विपक्ष का कहना हैं कि आरोपी RSS का सक्रीय कार्यकर्ता हैं इसलिए सरकार उसे छिपा रही हैं |इस आरोप के बाद शिव राज सिंह हैं इस बात से इनकार किया और आरोपी को पकड़ने के लिए 1 लाख का ईनाम तय किया गया हैं |
पेटलावद (झाबुआ) का यह हादसा बहुत ही भयावह एवं दिल दहलाने वाला हैं |अब कई जाने जा चुकी हैं और आगे भी आशंका हैं |इस तरह के कई बारूदी काम प्रदेश में चल रहे हैं जिनकी और प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हैं | क्या हादसे के बाद ही जागने की आदत हैं ? यह बात शर्मनाक हैं | आज कल नेता मंत्री संत्री सभी हर जगह के छोटे मोटे चुनाव में ही व्यस्त हैं कब कौन किसके लिए आवाज बुलंद करे बस यही राजनीती बन गई हैं | अपने खुद के क्षेत्र में जब ध्यान जाता हैं जब इस तरह से बेगुनाह को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता हैं |
Petlawad jhabua mp Blast Hadsa जांच के बाद ही पूरा मामला सामने आएगा कि आखिर कौन- कौन इस मामले में आरोपी हैं ? क्या पुलिस भी इस अवैध कार्य में शामिल हैं ?
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