Thursday 14 January 2016

फेसबुक इन्टरनेट डॉट ऑर्ग और नेट न्यूट्रलिटी क्या है ?

by Amar Ujala Now  |  in इनफार्मेशनल at  00:49

Internet.org सोशल नेटवर्किंग सर्विस कंपनी फेसबूक और अन्य 6 कंपनी सैमसंग, एरिक्सन, मीडिया टेक, ओपेरा सॉफ्टवेयर, नोकिया और QUALCOMM के बीच पार्टनर्शिप है। जिसका मुख्य उद्देश्य कम विकसित देशो मे इंटरनेट सर्विस को सस्ते दामो मे उपलब्ध कराने का है। इंटरनेट सर्विस को सस्ते दामो मे उपलब्ध कराकर ये चाहते है, कि इन देशो मे भी व्यापार का विकास हो।

फेसबुक इन्टरनेट डॉट ऑर्ग  और नेट न्यूट्रलिटी  क्या है ? 

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Internet.org के बारे मे फेसबूक के संस्थापक अध्यक्ष मार्क जुकबर्क ने कहा कि कनेक्टिविटी सिर्फ अमीरों या कुछ विशेष वर्ग के लोगो का अधिकार नहीं है| हमे ऐसा कुछ करने की जरूरत है कि यह opportunity सभी को मिल सके।

फ़ेसबूक (Facebook) एक सोश्ल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जहाँ विश्व स्तर पर लोगो को आपस मे जोड़ा जाता है| अब ये सभी बड़ी कंपनियां बड़े स्तर पर सोचते हुये, यह सर्विस उन लोगो तक पहुचाने का प्रयास कर  रहे है, जो कि इसे एफ़्फ़ोर्ड नहीं कर सकते। मार्क्स जुकबर्ग ने अपनी इस योजना को 20 अगस्त 2013 को हरी झंडी दी है तथा अब कई सारे देश इसके साथ जुड़ चुके है।
Internet.org समझने से पहले आपको नेट न्यूट्रिलिटी के बारे मे समझना जरूरी है ।
नेट न्यूट्रिलिटी क्या है (What is Net neutrality)
  • इंटरनेट पर उपलब्ध सारी सामाग्री सभी के लिए बराबर तथा सभी के लिए समान रूप से उपलब्ध है । सारी वैबसाइट सभी के लिए समान रूप से सुलभ होना चाहिए।
  • जब आप एक बार नेट प्लान ले लेते है, तो आप किसी भी वैबसाइट जिसे आप देखना चाहते है, को बिना किसी रुकावट के उसे प्राप्त कर सकते है।
  • आपको हर दिन नेट पर उपलब्ध सारा डाटा समान स्पीड मे उपलब्ध होगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कौनसा और किस कंपनी से नेट प्लान लिया है।
Internet.org, Facebook, Reliance collaboration 
Internet.org रिलायंस कम्युनिकेशन के साथ collaboration किया है| इसका मतलब रिलायंस के सहयोग से केवल रिलायंस के यूसर इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। परंतु फिलहाल यह प्रतिबंध रहेगा कि यूसर केवल फेसबूक तथा अन्य कुछ गिनी हुई साइट का ही उपयोग कर पाएंगे। इसलिए यह नेट न्यूट्रिलिटी से कुछ अलग है। क्यूकि अभी interne.org पर वही वैबसाइट उपलब्ध रहेंगी, जो कि इसके लिए रिलायंस को पे कर रही है| तथा अन्य साइट को अभी यह अधिकार तभी प्राप्त होगा, जब वे इसके लिए मूल्य चुकाएंगी।
अभी भारत मे फिलहाल मुंबई, महाराष्ट्र, चेन्नई, गुजरात, तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश, और केरला के लोग इस सुविधा का लाभ ले पाएंगे। इन जगहो पर रहने वाले सभी रिलायंस के कस्टमर इस सुविधा का लाभ  ले पाएंगे। इस सुविधा के जरिये मोबाइल मे नेट प्लान न होने पर भी यहा पर उपस्थित रिलायंस के कस्टमर अपने मोबाइल मे नेट का इस्तेमाल कर सकते है। इस सुविधा का टार्गेट भारत मे उपस्थित वे 70% लोग है जो या तो यह सुविधा का खर्चा वहन नहीं कर सकते या यह सोचते है कि यह उनके लिए उपयोगी नहीं है।
वैसे तो कंपनी का प्लान अगले 90 दिनो मे यह सुविधा सम्पूर्ण भारत के रिलायंस यूसर को उपलब्ध कराने का है।
Internet.org काम कैसे करता है:
Internet.org ने रिलायंस कम्युनिकेशन के कस्टमर को 40 साइटस जिसमे विकिपीडिया, विकि हाउ, अन्य कई नई साइटस और कुछ इ-कॉमर्स की साइटस के साथ साथ फेसबूक और फेसबूक मेसेंजर शामिल है, उपलब्ध कराई है । इन साइटस का यूस करने के लिए रिलायंस के कस्टमर को internet.org पर ओपेरा के द्वारा लॉगिन करना होगा तथा इसके बाद वे अपने स्मार्ट फोन पर इस सुविधा का लाभ ले सकते है। रिलायंस के कस्टमर अगर चाहे तो टोल फ्री नंबर 1800-300-25353 पर कॉल करके अपने फोन पर SMS के जरिये URL भी प्राप्त कर सकते है।
अगर आप एनरोइड फोन यूस करते है, तो आपको internet.org मे लॉगिन करने पर कुछ व्हाइट लिसटेड साइटस भी नजर आती है| यह साइटस internet.org की सदस्य नहीं है परंतु फिर भी आप इसका चार्ज पे करके इनका उपयोग कर सकते है| परंतु आपको इसका चार्ज पे करना होता है। और आप जब भी इन साइटस का उपयोग करते है आपको एक वोर्निंग दी जाती है, कि आपको इसके लिए पे करना होगा। यह सुविधा विंडोज फोन पर उपलब्ध नहीं है।
अगर आप रिलायंस के कस्टमर नहीं है तथा फिर भी internet.org को अपने फोन से ओपेन करने का ट्राइ करते है तो आपको एक error मैसेज प्राप्त होता है।
लिविंग फ्री एक्सैस :
अगर आप ब्राउज़िंग जारी रखना चाहते है, तो आपको एक वार्निंग दी जाती है कि आपको इसके लिए डाटा प्लान का चार्ज पे करना होगा। और अगर आप जो पेज चाहते है वह डाटा प्लान के अंदर नहीं आता है, तो आप इस पेज पर उपस्थित विभिन्न प्लान खरीद सकते है, जिसकी लिस्ट दी हुई होती है। जैसे कि हम जानते है कि ट्विटर internet.org का पार्टनर नहीं है, तो हम इस पेज पर उपस्थित फ़ेसबूक पेज 15 रूपय मे 15 दिन के लिए या 9 रुपय मे 1 दिन के लिए खरीद सकते है| जिसके जरिये हम उतने दिनो तक 1 जीबी, 2 जी डाटा तथा ट्विटर, फेसबूक का अनलिमिटेड एक्सैस पा सकते है।
फ़ेसबूक ट्राइकलर फ़िल्टर डिस्प्ले पिक्चर कोनट्रोवर्सी: 
नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम को सपोर्ट करने के लिए  भारत के लोगो ने अपने फेसबूक के प्रोफ़ाइल पिक्चर को ट्राइ कलर करना  स्टार्ट कर दिया। यह तब चालू हुआ जब फेसबूक के डाइरेक्टर मार्क्स जुकबर्क ने नरेंद्र मोदी से हुये internet.org प्रोजेक्ट पर करार के बाद अपने प्रोफ़ाइल पिक्चर को ट्राइ कलर कर दिया था ।
परंतु ऐसा होने का कारण कुछ और ही है। अंत मे फेसबूक इस क्लेरीफिकेशन के साथ सामने आया की आपका अपनी प्रोफ़ाइल पिक्चर अपडेट करने का डिजिटल इंडिया या internet.org से कोई कनैक्शन नहीं है। एक इंजीनियर ने गलती से internet.org प्रोफ़ाइल पिक्चर वर्ड का प्रयोग किया है जिसके कारण यह सब हुआ है।
अब तो सिर्फ यह देखना है की नरेंद्र मोदी का यह डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट कहा तक सफल होता है। इंडिया के लोग इस सुविधा का लाभ किस तरह से लेते है तथा क्या यह सही मे उनके लिए फायदेमंद साबित होती है की नहीं। तथा यह व्यवस्था पूरे भारत मे 90 दिनो मे लागू हो पाति है की नहीं।

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