भारत सरकार ने बजट में गोल्ड के सही इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुये कुछ नयी स्कीम की बात रखी थी जिसके तहत देश और जनता दोनों का फायदा देखा गया हैं | इससे जुड़ने से मनुष्य की व्यक्तिगत आर्थिक समस्या के साथ देश की आर्थिक समस्या को संबल प्राप्त होगा | इसके तहत दो योजनाये शामिल की गई हैं जों कि
- गोल्ड मोनेटाईजेशन एवम
- गोल्ड बांड स्कीम
Gold Bond Scheme Yojana In Hindi
गोल्ड बांड स्कीम योजना :
इसमें बांड दिये जायेंगे जो कि 5 ग्राम, 10 ग्राम, 50 ग्राम एवम 100 ग्राम सोने के होंगे | जिसमे ग्राहक एक साल में 500 ग्राम सोने के बराबर बांड खरीद सकता हैं | इसके बदले में सरकार द्वारा ब्याज दिया जायेगा जो कि सोने की कीमत के अनुसार होगा |
गोल्ड बांड स्कीम योजना तारीख :
9 सितम्बर को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केबिनेट बैठक में नयी गोल्ड बांड स्कीम की बात सामने रखी गई थी जिसके बाद इस योजना को पूरी तरह से तैयार कर 5 नवंबर को लागू किया जायेगा जिसके तहत ग्राहक अपनी स्वेच्छा से इसका लाभ उठा सकेंगे |
ग्राहक इस बांड को कई किश्तों में ले सकता हैं
- पहली किश्त के तहत बांड के लिए आवेदन 5 नवंबर 2015 से 20 नवंबर 2015 तक भरा जायेगा |
- 26 नवंबर को बांड वितरित किये जायेंगे जो कि निर्धारित बैंक और पोस्ट ऑफिस द्वारा दिए जायेंगे |
कहाँ उपलब्ध होंगे गोल्ड बांड :
ग्राहकों को यह बांड बैंक, पोस्ट ऑफिस, NBFC एवम एजेंट के जरिये मिलेगा | यह बांड पेपर एवम डीमेट दोनों फॉर्म में उपलब्ध होंगे |
गोल्ड बांड के लिए योग्यता
Sovereign Gold Bonds का लाभ कोई भी भारतीय व्यक्ति ले सकता हैं जिसे कोई भी भारतीय अकेला अथवा संयुक्त रूप से ले सकता हैं अवयस्क के नाम से भी यह गोल्ड बांड ख़रीदे जा सकते हैं |इसे कोई भी भारतीय मूल निवासी खरीद सकता हैं जिसमे ट्रस्ट,HUF, विश्वविद्यालय, संस्था आदि भी शामिल हैं |गोल्ड बांड के लिए परिचय पत्र में वोटर आई.डी., आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि का होना जरुरी हैं |
गोल्ड बांड पेपर के रूप में अथवा डीमेट पेपर के रूप में उपलब्ध होंगे जिसके लिए बैंक अथवा पोस्ट ऑफिस में 20 नवम्बर 2015 से पहले एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा |
अधिकतम एवम न्यूनतम इन्वेस्टमेंट
गोल्ड बांड के लिये अधिकतम एवम न्यूनतम इन्वेस्टमेंट राशि तय की गई हैं जिसमें 2 ग्राम न्यूनतम एवम 500 ग्राम अधिकतम गोल्ड की मात्रा के लिए ग्राहक इन्वेस्ट कर सकता है जो कि भारतीय करंसी के रूप में 5,368 से 13,42,000 तक होगा |
अगर यह इन्वेस्टमेंट जॉइंट बांड के लिए किया गया हैं तब अधिकतम 500 ग्राम केवल पहले ग्राहक के लिये लागू होगा |
लॉक-इन-पीरियड :
यह गोल्ड बांड आठ वर्ष की अवधि में परिपक्व होंगे लेकिन अगर ग्राहक चाहे तो अपनी इच्छानुसार इसे पांच वर्षो के बाद कभी भी तोड़ सकता हैं | अगर कोई ग्राहक इसे लॉन्ग टर्म चाहता हैं तो अवधि बढ़ा भी सकता हैं |
गोल्ड बांड का उपयोग लोन लेने के लिये सिक्यूरिटी के तौर पर भी किया जा सकता हैं अर्थात इन बांड पर पैसा उधार लिया जा सकता हैं |
गोल्ड बांड पर ब्याज दर :
गोल्ड बांड पर साधारण ब्याज दिया जायेगा जिसकी दर 2.75% तय की गई हैं शुरुवात में अर्धवार्षिक ब्याज दिया जायेगा |
गोल्ड बांड पर टैक्स/कर दर :
इस पर साधारण निति के अनुसार टैक्स लगेगा | वार्षिक ब्याज पर जो टैक्स स्लैब द्वारा निर्धारित किया गया हैं वो लगेगा |
गोल्ड बांड स्कीम योजना मुख्य बिंदु :
- इसमें 5 ग्राम, 10 ग्राम, 50 ग्राम एवम 100 ग्राम सोने के तुल्य बांड सम्मिलित हैं |
- एक वर्ष में ग्राहक 500 ग्राम सोने के तुल्य गोल्ड बांड ले सकता हैं |
- इन बांड के लिए सरकार RBI को गारंटी देगी एवम बांड भारत सरकार के नाम से उपलब्ध होंगे |
- इन बांड पर सोने के मूल्य के अनुसार ब्याज दिया जायेगा एक निश्चित अवधि बाद सरकार इन ब्याज दरो को बदल भी सकती हैं |
- इस बांड की अवधि (लॉक-इन-पीरियड)5 से 7 तय की गई हैं |
- लॉक-इन- पीरियड के पहले रूपये धन राशी निकाली जा सकती हैं |
- गोल्ड बांड को एक से दुसरे के नाम ट्रान्सफर किया जा सकता हैं |
- यह बांड डीमेट और पेपर दोनों पर मिलेंगे |
- इन बांड पर सामान्य टैक्स प्रणाली लागु होगी |
गोल्ड बांड स्कीम योजना के फायदे :
- इस योजना से सोने का सही उपयोग होगा जिससे देश की अर्थ व्यवस्था में सुधार होगा जिससे देश का विकास होगा |
- सोने का आयात कम होगा |
- विदेशी मुद्रा संरक्षण में मदद मिलेगी |
- इससे बाजारी स्थिती सामान्य होगी व्यक्ति अपनी सम्पति से धन कम सकेगा |
- इन बांड पर ग्राहक लोन अर्थात ऋण भी ले सकता हैं |
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी :
बिंदु | विवरण |
सीमा | अधिकतम 500 ग्राम सोना |
बांड रूप | डीमेट, पेपर |
लॉक-इन-अवधि | 5 से 8 वर्ष |
टैक्स | हाँ |
ब्याज | हाँ (समय- समय पर सरकार द्वारा अवलोकन ) |
लोन/ ऋण | हाँ |
समय से पूर्व निकासी | हाँ 5 वर्ष बाद |
ट्रान्सफर सुविधा | हाँ |
मंदिरों, घरो एवम अन्य जगह पर पड़े सोने का सही इस्तेमाल करने के लिए इस तरह की योजनाये लायी जा रही हैं | इससे देश में सोने के आयात में कमी आएगी और देश को फायदा पहुंचेगा |साथ ही आर्थिक स्थिती में सुधार होगा जिससे देश के लोगो का विकास होगा |
भारत देश में मंदिरों में खजानों के रूप में बहुत का सोना भरा पड़ा हैं आये दिन इस पर सवाल उठते हैं | यह सोना देश के विकास के लिए किस तरह उपयोग में लाया जा सकता हैं ? गोल्ड बांड स्कीम के जरिये इस सोने का सही दिशा में देश के हीत में उपयोग किया जा सकता हैं जिससे देश का आर्थिक संतुलन बेहतर होगा |
साथ ही घरो में भी बहुत सा सोना होता हैं अगर इस सोने का सही दिशा में उपयोग किया जाये तो व्यक्तिगत लाभ के साथ देश को भी लाभ मिलेगा |
गोल्ड बांड योजना (Gold Bond Scheme Yojana) का लाभ उठायें अपने साथ देश के विकास के सहयोग करें | देश का विकास ही सबका का विकास हैं |
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