तमाशा फिल्म समीक्षा – इम्तियाज अली की फिल्म ‘तमाशा’ आज दर्शकों के सामने आ चुकी है| फिल्म में एक बार फिर दीपिका व रनबीर कपूर ने साथ काम किया है| इस जोड़ी को दर्शक खासा पसंद करते है| एक समय में कपल रह चुके ये दोनों आज अपनी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके है, और अच्छे दोस्त की तरह साथ काम करने में भी नहीं हिचकते| ये जवानी है दीवानी की सफलता के बाद दोनों लगभग ढाई साल बाद साथ में आये है| इस बीच दीपिका की तो बहुत सी फ़िल्में हिट रही और वे आज भी टॉप हेरोइन की list में शामिल है लेकिन रणबीर की लगभग सारी फ़िल्में फ्लॉप रही उनकी लास्ट हिट ये जवानी है दीवानी ही थी| रणबीर के लिए ये बेहद महत्त्वपूर्ण फिल्म है जो बॉलीवुड में उनका आगे भविष्य decide करेगी| इम्तियाज अली ने पहले भी इन दोनों एक्टर के साथ काम किया है और फ़िल्में हिट भी रही है|
तमाशा एक रोमेंटिक फिल्म है जो आज के युवा वर्ग के लिए बनाई गई है| इस तरह की फिल्मों को हमारे देश का युवा वर्ग खासा पसंद करता है|
तमाशा मूवी से संबंधित अन्य जानकारी –
कलाकार | दीपिका पादुकोण, रनबीर कपूर, |
निर्माता | साजिद नाडियावाला |
निर्देशक | इम्तियाज अली |
लेखक | इम्तियाज अली |
संगीत | ए आर रहमान |
रिलीज़ डेट | 27 नवम्बर 2015 |
तमाशा मूवी निर्देशक समीक्षा –
डायरेक्टर – इम्तियाज अली
इम्तियाज अली बॉलीवुड के बहुत फेमस डायरेक्टर है इनकी फ़िल्में है जब वी मेट, लव आजकल, कॉकटेल, रॉकस्टार व हाईवे| सभी फ़िल्में सुपर हिट रही व इनके कलाकारों को भी बहुत फायदा मिला| जब वी मेट के बाद करीना ने पहली बार सक्सेस का स्वाद चखा, इसी तरह दीपिका को लव आजकल, रनबीर को रॉकस्टार व अलिया को हाईवे में सक्सेस मिली, इम्तियाज की वजह से ही बॉलीवुड में कदम जमा पाए है| इम्तियाज अपनी फिल्मों में हेरोइन को अलग रूप में प्रस्तुत करते है, जो फिल्म में अपनी एक्टिंग को उभार का दिखा पाती है|
इम्तियाज ने फिल्म का प्रेजेंटेशन बहुत अच्छा किया है, लोकेशन भी बहुत अच्छी रही है| लेकिन फिल्म में इम्तियाज ने अपनी ही फिल्म की कॉपी की है| कुछ कुछ जगह हमें लव आजकल के सीन लगे तो कुछ जगह जब वी मेट व रॉकस्टार का मिक्स लगा| कहानी भी नयी नहीं है इन्ही सब फिल्मों का मिक्स है|
तमाशा फिल्म कहानी की समीक्षा –
फिल्म की कहानी शुरू होती है शिमला के रहने वाले वेद से, वेद ड्रीमवर्ल्ड में रहना पसंद करता है, उसे पेड़ के नीचे बैठ बूढ़े आदमी से कहानी सुनना पसंद है, शांति में रहना पसंद है| लेकिन इसके पिता चाहते है वो स्कूल में ध्यान दे जिंदगी में कुछ अच्छा करे| लेकिन वेद अपनी ड्रीम की दुनिया से निकलना ही नहीं चाहता है| कहानी आगे बढती है और वेद कोर्सिका फ़्रांस पहुँच जाता है जहाँ वो तारा (दीपिका) से मिलता है| वेद तारा decide करते है कि वे एक दसरे से सिर्फ झूट बोलेंगे और अपने बारे में कुछ भी नहीं बतायेंगें| वो इस ट्रिप में बहुत घूमते फिरते है और फिर कभी ना मिलने का बोल कर अलग हो जाते है| लेकिन तारा अपनी शर्त भूल जाती है और वेद से प्यार कर बैठती है|
चार साल बीत जाते है तारा अभी भी वेद को भुला नहीं पाती है, वो किसी काम से दिल्ली जाती है, जहाँ अचानक उसकी मुलाकात वेद से हो जाती है| दोनों एक दुसरे को सच्चाई बताते है तब तारा को समझ आता है कि वेद वैसा बिल्कुल नहीं है जैसा वो पहली मुलाकात में था| इस बीच वेद भी तारा से प्यार करने लगता है लेकिन तारा इस वेद को पसंद नहीं करती और मना कर देती है| इस प्रेम कहानी में आगे क्या होगा इसके लिए आपको फिल्म देखना होगा|
फिल्म में वेद के कई रूप देखने मिलेंगें, डॉन के रूप में वो कॉमेडी करता है, मस्ती करता है| लेकिन उसका दूसरा साइड वेद के रुप में बिल्कुल अलग है| वो बस मशीन की तरह काम करता है| फिल्म का पहला भाग तो दर्शक काफी एन्जॉय करेंगें लेकिन दुसरे भाग में डार्कनेस है, रोना धोना होता है| फिल्म का क्लाइमेक्स पहले से प्रेडिक्ट किया जा सकता है|
तमाशा फिल्म कलाकारों की समीक्षा –
रनबीर ने कहानी के अनुसार बहुत अच्छा काम किया है, डॉन वेद दोनों के बीच में अच्छा अंतर बना के रखा है ये एक अच्छा एक्टर ही कर सकता है|
दीपिका तारा के रूप में परफेक्ट रही है, हंसी मजाक इमोशन सब कुछ कहानी के मांग के अनुसार बखूबी किया है|
तमाशा फिल्म संगीत समीक्षा –
फिल्म में संगीत ए आर रहमान का है जो म्यूजिक के बादशाह है| फिल्म का संगीत बहुत अच्छा है, सभी गाने काफी पसंद किये जा रहे है| म्यूजिक के अलावा प्लेबैक सिंगर की भी तारीफ करनी चाहिए| लम्बे समय बाद हमें अलका याग्निक की भी आवाज सुनने मिली जो दर्शकों के लिए तोहफा से कम नहीं है| सुखविंदर, मिखा सिंह के गाने भी काफी पसंद किये जा रहे है|
तमाशा फिल्म ओवरआल परफॉरमेंस
तमाशा अलग फिल्म है लेकिन परफेक्ट नहीं है| फिल्म को एक बार देखा जा सकता है| रनबीर व दीपिका के प्रशंशको को फिल्म जरुर देखना चाहिए, दोनों को साथ में देखकर आप एन्जॉय करेंगे| फिल्म में मुख्य किरदार बस यही है इसके अलावा कोई भी नहीं है| युवाओं को यह फिल्म खासी पसंद आएगी|
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