Anna Hazare Introduction In Hindi जीवन परिचय
यह कोई युवा नेता नहीं पर युवाओं के favorite Anna है जिसने आज की पीढ़ी को आवाज उठान सिखाया,जिसने बरसों पहले सैनानियों द्वारा किये जाने वाले अहिंसक आंदोलनों की छवि को आज सभी युवान के सामने सजीव कर दिया | Anna Hazare को लोगो ने आज का Real Hero कहा है | जन शक्ति में क्या ताकत होती है यह Anna ने करके दिखाया | Anna एक Social Activist है जिन्होंने 2011 में ”लोकपाल बिल” के लिए अपनी आवाज बुलंद की, इन्होने एक ऐसा राष्ट्रव्यापी आन्दोलन छेड़ा जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी| दिग्गज नेताओं के भी पसीने छुट जाएंगे, इसका अन्दाजा भी नहीं था | इन्होने 5th April 2011 से 9 April 2011 तक Hunger strike की जो कि government के विरुद्ध Lokpal Bil के लिए की गई लड़ाई थी,इस तरह इन्होने नेतृत्व कर युवापीढ़ी को भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध जगाया ही नही,अपितु सही तरह से लड़ना भी सिखाया| यह एक गाँधीवादी नेता है इसलिए इनमे अपार धेर्यता के साथ अनुभव का भंडार भी है जो की एक सफल नेता की निशानी है | इस hunger strike के कारण government को एक committee के गठन के लिए राज़ी होना पड़ा जिसमे “लोकपाल बिल” को लेकर बातचीत कर उचित प्रावधान तैयार किया जा सके |
अन्ना हजारे प्रारम्भिक जीवन Anna Hazare Initial Life In Hindi
Anna Hazare का पूरा नाम Kisan Baburao है जिनका जन्म 15 june 1937 में Ahmednagar के पास Bhingar में हुआ | इनके पिता का नाम Baburao Hazare एवम माता का नाम Laxmi Bai है | इन्हें बाद में “Anna” कहा जाने लगा जिसका मराठी मतलब “बड़ा भाई” या “पिता” होता है | यह एक समन्नीय शब्द है जो Anna को प्रेम एवम आदर स्वरूप मिला |कुछ समय बाद Anna अपने पिता के साथ Ralegan Siddhi चले गये जहाँ इनकी भूमि थी |परिवार बहुत ही साधारण था इसलिए Anna Hazare को उनके एक relative ने पढ़ाया जिसके लिए उन्हें Mumbai जाना पड़ा क्यूंकि village में school की कोई सुविधा नहीं थी | परन्तु यह सांतवी कक्षा तक ही पढ़े उसके बाद “Dadar” railway station Mumbai में इन्होने flowers बेंचे, अंततः इन्होने खुद की दो मंजिला shop को manage किया | इसके साथ ही इन्होने एक grup join किया जिसमे गरीब किसानो को लुटेरे ज़मिदारो से सुरक्षित किया जा रहा था |
अन्ना हजारे की शिक्षा एवम नौकरी Education Of Anna Hazare In Hindi
Anna Hazare ने April 1960 में Indian Army में एक truck driver के तौर पर काम किया परन्तु कुछ समय बाद इन्हें एक soldier बना दिया गया इन्होने Army की training Aurangabad में ली | 1965 में हुई, Indo-Pak war में इन्हें border पर appoint किया गया जो की Khem Karan sector में आती थी |Army में इन्होने (1960-1975) तक 15 years की सेवाए प्रदान की इस दौरान इनका एक बड़ा accident हुआ जिसमे इन्होने suicide attempt किया लेकिन यह survive कर गये तभी इन्हें अहसास हुआ कि इनका जीवन किसी खास मकसद के लिए बच गया और तभी से इन्होने ने देश को अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया |1975 में इन्होने सम्मानीय तरीके से Army को अलविदा कहा|
कौन थे अन्ना हजारे की प्रेरणा
अन्ना हजारे को Vivekanand ने काफी प्रभावित किया, इनकी book “Call to the youth for nation building” ने इन्हें जिन्दगी के मायने सिखाये | इन्होने swami Vivekanad, Gandhi और Vinoba Bhave जैसे महान लोगो की सोच को अपनी जिन्दगी की राह चुना |
नौकरी छोड़ने के बाद अन्ना ने क्या किया
Anna Hazare नौकरी छोड़ने के बाद Anna Hazare अपने village Ralegan Siddhi वापस आगये जहाँ कि हालत उन दिनों बहुत ख़राब थी सभी लोग गरीबी से जूझ रहे थे | कुछ के पास कुछ भूमि थी भी तो वह कृषि योग्य नहीं थी | वहां Anna Hazare ही ऐसे थे जो पढ़े लिखे अनुभवी और वहाँ के लोगो की तुलना में पैसे वाले भी थे इसलिए इन्होने अपनी ग्रेज्युटी का कुछ पैसा दान में दिया जिनमे कुछ समर्थ जनों ने इनका साथ दिया और जो आर्थिक रूप से योग्य नहीं थे उन्होंने श्रम दान दिया| उनके इस संगठन में मुख्यरूप से युवा वर्ग शामिल था जिसकी प्रेरणा Anna को Vivekanand की book “Call to the youth for nation building” से मिली थी |उनके इस संगठन का नाम “तरुण मंडल” (Young Association) रखा गया |
अन्ना हजारे ने बनाया नया संगठन तरुण मंडल
अन्ना हजारे ने शराब एवम अन्य नशे को हटाने के लिए उठाये अहम कदम
सबसे पहले इन्होने और इनके संगठन तरुण मंडल ने शराब (alcohol) को अपने village से हटाने का बेड़ा उठाया |इस मुद्दे की शुरुवात मंदिर (temple) से की गई थी इसलिए लोगो ने इसे अपना धर्म बना लिया | villages की सारी shops को close करवा दिया गया | सभी की एकता को देखते हुए shops के owner ने भी हार मान ली और उन्हें shops close करनी पड़ी |कुछ लोगो ने Anna का विरोध किया लेकिन इस गलत आदत को जड़ से मिटाने के लिए Anna ने Maharashtra government से Alcohol tobacco, cigarettes, and beedies को forcefully बंद करने की अपील की, अगर 25% महिलाएं यही चाहती है | अंततः 2009 में Maharashtra government ने Bombay Prohibition Act 1949 को संशोधित कर उसका पुनह निर्माण किया |
इस मुद्दे को पुरज़ोर तरीके से चलाने के लिए सारे युवा वर्ग ने Holi जलाई जिसमे इन्होने tobacco, cigarettes, और beedies को shops से खरीद कर इन्हें जलाया गया |
अन्ना हजारे ने गाँव में शुरू किया ग्रेन बैंक
1980 में Anna Hazare ने मंदिर में Grain Bank का आरम्भ किया जिसका मुख्य उद्देश्य था अनाज को सुरक्षित करना वो भी उस समय के लिए जब फसल में भरी नुकसान उठाना पड़ता है और किसान के पास नयी फसल के लिए बीज भी उपलब्ध नहीं होते | इस bank में समृध्द किसान या फिर जिसका उत्पादन औसतन बेहतर रहा वो एक क्विंटल अनाज इस बैंक में जमा करता है और जब किसी को इस अनाज की आवश्यकता होती है वो अनाज लेता और बदले में फसल के उत्पादन के बाद एक क्विंटल अनाज लौटता है और साथ ही एक क्विंटल अनाज ब्याज (interest) के तौर पर देता है | इस तरह इस village में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोता और उसे किसी के आगे हाथ फैलाना भी नहीं पड़ता |
अन्ना हजारे ने किया गाँव में वाटर शेड बनाकर किया पानी का उपचार
Anna ने यहाँ “Water Shed” भी बनाया | Ralegan Siddhi एक पर्वर्तीय इलाका है जिस कारण यहाँ की भूमि में पानी की कमी थी जिससे सिंचाई की पूर्ति नहीं हो पाती थी परन्तु Water Shed के जरिये villagers ने बूंद-बूंद पानी एकत्र किया जिससे भूमि के जल स्तर में वृध्दि हुई और भूमि उपजाऊ होने लगी |
अन्ना हजारे की हरित क्रांति
1975 में जब Anna Ralegan Siddi में आये थे तब यहाँ केवल 70 acres भूमि उपजाऊ थी जो बढ़कर 2500 acres हो गई |
अन्ना हजारे की श्वेत क्रांति
Anna Hazare न केवल फसल उत्पादन में अपितु दुग्ध उत्पादन में भी वृध्दि करवाई| अच्छी नस्ल के पशुओ को पाला गया और उनका समय समय पर veteran से guidance भी लिया गया जिसमे अच्छी किस्म में वृध्दि हुई जिस कारण दुग्ध उत्पादन में भी वृध्दि हुई |
अन्ना हजारे ने गाँव से हटाया छुआछूत
समाजिक जीवन में व्याप्त छुआछूत जैसी कुरीति को Anna में अपनी समझ से अपने village से हटाया |अब Ralegun Siddi में इस तरह की छुआछूत की कोई जगह नहीं है जबकि सभी आपसी समझ और प्यार से जीवन व्यापन कर रहे है, उच्च वर्गों के लोग दलितों को जीवन व्यापन में सहयोग देते है उनके घर कम कीमत पर बनाते है एवम उनके द्वारा लिए गए कर्जों को निपटाने में भी उनकी सहायता करते है |
अन्ना हजारे ने शुरू किया ग्राम सभा एक्ट
इन्होने Gram Sabha Act को लागु करने के लिए 1998-2006 के बीच campaign किये | Gram Sabha एक लोकतान्त्रिक संगठन है जिसमे मूलतः स्वयम ग्रामवासी अपने ग्राम के विकास की हित है decision लेते है ,सर्वप्रथम राज्यसरकार ने इसका विरोध किया परन्तु जन संगठन के दबाव के कारण उन्हें स्वीकार करना पड़ा| Gram Sabha (an assembly of all adults)|
अन्ना हजारे ने गाँव में शिक्षा के लिए किये कार्य
1932 में , Ralegan Siddhi में एक room का primary school था जिससे Anna ने शिक्षा प्रारंभ की थी | 1962 में स्वयम सेवको के प्रयास से और अधिक classrooms बना दिए गये | 1971में 30% लोग शिक्षित थे जिनमे woman की संख्या बहुत कम थी क्यूंकि man पास के town में जाकर शिक्षा अर्जित कर लेते थे | इस तरह की परेशानी को दूर करने के लिए Ralegan Siddhi के युवाओं ने 1976 में Pre-School और 1979 में high school की शुरुवात की |जिससे शिक्षित वर्ग का अनुपात बढ़ा |
अन्ना के नेत्रत्व में गाँव ने बनाया चेरिटेबल ट्रस्ट
यह के villagers ने एक charitable trust( Sant Yadavbaba Shikshan Prasarak Mandal )बनाया जो की 1979 में registered किया गया | यह सब कार्य केवल Anna Hazare के नेतृत्व में किये गये |
अन्ना हजारे ने भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध आवाज उठाई
1991 में, Anna Hazare ने भ्रष्ट्राचार विरोधी जन आन्दोलन (BVJA) की शुरुवात की,इसी समय इन्होने 40 forest के लकड़ी व्यापारियों के खिलाफ़ आन्दोलन किये परिणाम स्वरूप officers का transfer एवम suspension कर दिया गया | 1997 May में, Vasantrao Naik Bhathya Vimukt Jhtra के खिलाफ़ अनाचार तरीके से power loom की खरीदी का विरोध किया | 4 November 1997 में Gholap ने इनके विरुद्ध मान हानि का दावा किया इन्होने कहा Anna ने इन्हें corrupt कहा |
अन्ना हजारे को जैल भेजा गया
1998 April में Anna Hazare को arrest कर दिया गया इन पर 5000 रूपए का जुर्माना लगा | 9 September 1998 में इन्हें पुनह कैद कर लिया गया इनपर government and political parties के खिलाफ़ बोलने का आरोप था परन्तु जन आन्दोलन के कारण Maharashtra government को इन्हें release करना पड़ा इसके बाद इन्होने मुख्यमंत्री को letter लिखा जिसमे Gholap के खिलाफ़ निर्णय लेने की मांग की गई |27 April 1999 में Gholap ने resign कर दिया |
अन्ना हजारे ने Right To Information Act के लिए आवाज उठाई
2000 में Anna ने state government (Maharashtra) से Right to Informationनियम (enact) बनाने की मांग की जिसे Union Governor ने consider करते हुए Right to information Act 2005 बनाया , जिसे भारत के राष्ट्रपति (president) ने भी स्वीकृति प्रदान की|
अन्ना हजारे ने मंत्रियों के खिलाफ उठाई आवाज और इस्तीफा दिलवाया
2003 में Congress NCP government के 4 Ministers के खिलाफ़ corruption के charge लगाकर उनके विरुद्ध आन्दोलन की आवाज उठाई |9 August 2003 में,इन्होने इसके लिए आमरण अनशन (fast unto death) start किया , जो कि 17 August 2003 को मुख्य मंत्री (chief minister)के द्वारा लिए गये निर्णय के बाद खत्म किया गया था | CM Sushil Kumar Shinde ने एक सदसीय आयोग (one-man commission) का गठन किया जिसका निरीक्षक retired justice P.B. Sawant को बनाया गया , इस आयोग (commission) का उद्देश्य था Anna द्वारा लगाये गये आरोपों की पुष्टि करना |23 February 2005 को Swant ने एक report पैश की जिसके अनुसार Sureshdada Jain,Padmsinh Patil और Nawab Malik को आरोपित और Vijakumar Gavit को निर्दोष साबित किया,March 2005 इस report के बाद Sureshdada Jain और Nawab Malik ने cabinet से इस्तीफा दे दिया|
20 July 2006 में Union Cabinet ने Right to Information Act 2005 में कुछ संशोधन किये जो Anna को पसंद नहीं आये अत: उन्होंने 9 August 2006 से 19 August 2006 तक Alandi में फिर से आमरण अनशन (fast unto death) कर government को पुनह दस्तावेज को बदलने के लिए राज़ी किया |
2006 से पहले ही Anna Hazare अपनी एक अलग लड़ाई भी लड़ रहे थे जिसका पहला मुद्दा था वह government officer जो कि honest है जिनका बार बार transfer कर दिया जाता है उन्हें रोकना और दूसरा मुद्दा था किसी एक file पर किये जाने वाले work को निश्चित एवम उचित समय में खत्म करना | Maharashtra एक अकेला state है जिसने यह law बनाया जिसे Prevention of Delay in Discharge of Official Duties Act 2006 कहा गया जिसके अंतर्गत किसी भी officer को बिना किसी ठोस कारण के 3 years से पहले transfer नहीं किया जायेगा एवम किसी file पर work एक निश्चित समय में पूरा किया जायेगा | इस नियम से corruption कम होने की गुन्जायिशे बढ़ी | Maharashtra पहला और अंतिम state है जहाँ यह rule परन्तु यहाँ भी इसका ठीक से पालन नही किया जाता |
अन्ना हजारे ने अनाज से शराब बनाने का किया विरोध
2007 में Maharshtra government ने 36 लाइसेंस issue किये जिन्हें अनाज से शराब बनाने को मान्यता दि गई|21 March 2010 में Anna ने जान जीवन की सुरक्षा को देखते हुए अनाज से बनने वाली शराब का विरोध किया जिसमे उन्होंने शिरडी में अनशन किया जो 5 दिन चला,इसके बाद Maharashtra government ने स्वीकृती दी लेकिन इस मामले में बड़े बड़े नेताओ के बेटे और relatives involve थे जिस कारण यह पुनह शुरु कर दिया गया |
अन्ना हजारे ने शुरू किया देशव्यापी आन्दोलन
यहाँ तक Anna Hazare के आन्दोलन state तक सिमित थे लेकिन 2011 में Anna ने भष्ट्राचार के विरोध में राष्ट्रव्यापी आन्दोलन शुरु किया इन्होने 5 April 2011 जंतर मंतर New Delhi में अनशन किया जो को 9 April 2011 को खत्म हुआ जिसमे लोकपाल पर पुनह विचार के लिए committee बनाई गई | लेकिन Anna ने 15 August तक का वक्त दिया पुनह निर्माण के लिए | इस आन्दोलन का रूप व्यापक था जो केवल महानगर ही नहीं गाँव गाँव तक जाना गया |
अभी तक Anna Hazare को केवल Maharashtra ही जानता था लेकिन अब पुरे विश्व ने जाना | एक सामान्य व्यक्ति ने Gandhi ji की विचारधारा और उनके कार्य करने के तरीके को युवाओं के सामने सजीव कर दिया | media ने भी इस आन्दोलन को बढ़ाने का असीम प्रयास किया जो कई हद तक सफल रहा, उचित परिणाम तो अबतक नहीं आया परन्तु देश को अपनी आंतरिक शक्ति का आभास हुआ जो अब तक केवल Ralegun Siddhi तक ही सीमित था | इस आन्दोलन में हर वर्ग के लोग शामिल थे | फिल्म industry, खेल जगत, politics, या उच्च शिक्षित वर्ग और हर एक शहर का आम आदमी हर कोई बस एक बात करता “मै अन्ना हूँ”|
अन्ना के आन्दोलन के कारण हुआ “आप” का गठन
इसी आन्दोलन के कारण Delhi में आज Aam Adami party का संगठन हुआ और वो जीत भी पाई क्यूंकि जनता को उसकी भूमिका और शक्ति का आभास हुआ | Anna ने देश को नयी क्रांति दी और सजीव आत्मा से रूबरू कराया अर्थात देश में सब करने की ताकत है यह निर्जीव नहीं है |
Anna Hazare Introduction In Hindi जाने क्या थे अन्ना हजारे |
यह कोई युवा नेता नहीं पर युवाओं के favorite Anna है जिसने आज की पीढ़ी को आवाज उठान सिखाया,जिसने बरसों पहले सैनानियों द्वारा किये जाने वाले अहिंसक आंदोलनों की छवि को आज सभी युवान के सामने सजीव कर दिया | Anna Hazare को लोगो ने आज का Real Hero कहा है | जन शक्ति में क्या ताकत होती है यह Anna ने करके दिखाया | Anna एक Social Activist है जिन्होंने 2011 में ”लोकपाल बिल” के लिए अपनी आवाज बुलंद की, इन्होने एक ऐसा राष्ट्रव्यापी आन्दोलन छेड़ा जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी| दिग्गज नेताओं के भी पसीने छुट जाएंगे, इसका अन्दाजा भी नहीं था | इन्होने 5th April 2011 से 9 April 2011 तक Hunger strike की जो कि government के विरुद्ध Lokpal Bil के लिए की गई लड़ाई थी,इस तरह इन्होने नेतृत्व कर युवापीढ़ी को भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध जगाया ही नही,अपितु सही तरह से लड़ना भी सिखाया| यह एक गाँधीवादी नेता है इसलिए इनमे अपार धेर्यता के साथ अनुभव का भंडार भी है जो की एक सफल नेता की निशानी है | इस hunger strike के कारण government को एक committee के गठन के लिए राज़ी होना पड़ा जिसमे “लोकपाल बिल” को लेकर बातचीत कर उचित प्रावधान तैयार किया जा सके |
अन्ना हजारे प्रारम्भिक जीवन Anna Hazare Initial Life In Hindi
Anna Hazare का पूरा नाम Kisan Baburao है जिनका जन्म 15 june 1937 में Ahmednagar के पास Bhingar में हुआ | इनके पिता का नाम Baburao Hazare एवम माता का नाम Laxmi Bai है | इन्हें बाद में “Anna” कहा जाने लगा जिसका मराठी मतलब “बड़ा भाई” या “पिता” होता है | यह एक समन्नीय शब्द है जो Anna को प्रेम एवम आदर स्वरूप मिला |कुछ समय बाद Anna अपने पिता के साथ Ralegan Siddhi चले गये जहाँ इनकी भूमि थी |परिवार बहुत ही साधारण था इसलिए Anna Hazare को उनके एक relative ने पढ़ाया जिसके लिए उन्हें Mumbai जाना पड़ा क्यूंकि village में school की कोई सुविधा नहीं थी | परन्तु यह सांतवी कक्षा तक ही पढ़े उसके बाद “Dadar” railway station Mumbai में इन्होने flowers बेंचे, अंततः इन्होने खुद की दो मंजिला shop को manage किया | इसके साथ ही इन्होने एक grup join किया जिसमे गरीब किसानो को लुटेरे ज़मिदारो से सुरक्षित किया जा रहा था |
अन्ना हजारे की शिक्षा एवम नौकरी Education Of Anna Hazare In Hindi
Anna Hazare ने April 1960 में Indian Army में एक truck driver के तौर पर काम किया परन्तु कुछ समय बाद इन्हें एक soldier बना दिया गया इन्होने Army की training Aurangabad में ली | 1965 में हुई, Indo-Pak war में इन्हें border पर appoint किया गया जो की Khem Karan sector में आती थी |Army में इन्होने (1960-1975) तक 15 years की सेवाए प्रदान की इस दौरान इनका एक बड़ा accident हुआ जिसमे इन्होने suicide attempt किया लेकिन यह survive कर गये तभी इन्हें अहसास हुआ कि इनका जीवन किसी खास मकसद के लिए बच गया और तभी से इन्होने ने देश को अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया |1975 में इन्होने सम्मानीय तरीके से Army को अलविदा कहा|
कौन थे अन्ना हजारे की प्रेरणा
अन्ना हजारे को Vivekanand ने काफी प्रभावित किया, इनकी book “Call to the youth for nation building” ने इन्हें जिन्दगी के मायने सिखाये | इन्होने swami Vivekanad, Gandhi और Vinoba Bhave जैसे महान लोगो की सोच को अपनी जिन्दगी की राह चुना |
नौकरी छोड़ने के बाद अन्ना ने क्या किया
Anna Hazare नौकरी छोड़ने के बाद Anna Hazare अपने village Ralegan Siddhi वापस आगये जहाँ कि हालत उन दिनों बहुत ख़राब थी सभी लोग गरीबी से जूझ रहे थे | कुछ के पास कुछ भूमि थी भी तो वह कृषि योग्य नहीं थी | वहां Anna Hazare ही ऐसे थे जो पढ़े लिखे अनुभवी और वहाँ के लोगो की तुलना में पैसे वाले भी थे इसलिए इन्होने अपनी ग्रेज्युटी का कुछ पैसा दान में दिया जिनमे कुछ समर्थ जनों ने इनका साथ दिया और जो आर्थिक रूप से योग्य नहीं थे उन्होंने श्रम दान दिया| उनके इस संगठन में मुख्यरूप से युवा वर्ग शामिल था जिसकी प्रेरणा Anna को Vivekanand की book “Call to the youth for nation building” से मिली थी |उनके इस संगठन का नाम “तरुण मंडल” (Young Association) रखा गया |
अन्ना हजारे ने बनाया नया संगठन तरुण मंडल
अन्ना हजारे ने शराब एवम अन्य नशे को हटाने के लिए उठाये अहम कदम
सबसे पहले इन्होने और इनके संगठन तरुण मंडल ने शराब (alcohol) को अपने village से हटाने का बेड़ा उठाया |इस मुद्दे की शुरुवात मंदिर (temple) से की गई थी इसलिए लोगो ने इसे अपना धर्म बना लिया | villages की सारी shops को close करवा दिया गया | सभी की एकता को देखते हुए shops के owner ने भी हार मान ली और उन्हें shops close करनी पड़ी |कुछ लोगो ने Anna का विरोध किया लेकिन इस गलत आदत को जड़ से मिटाने के लिए Anna ने Maharashtra government से Alcohol tobacco, cigarettes, and beedies को forcefully बंद करने की अपील की, अगर 25% महिलाएं यही चाहती है | अंततः 2009 में Maharashtra government ने Bombay Prohibition Act 1949 को संशोधित कर उसका पुनह निर्माण किया |
इस मुद्दे को पुरज़ोर तरीके से चलाने के लिए सारे युवा वर्ग ने Holi जलाई जिसमे इन्होने tobacco, cigarettes, और beedies को shops से खरीद कर इन्हें जलाया गया |
अन्ना हजारे ने गाँव में शुरू किया ग्रेन बैंक
1980 में Anna Hazare ने मंदिर में Grain Bank का आरम्भ किया जिसका मुख्य उद्देश्य था अनाज को सुरक्षित करना वो भी उस समय के लिए जब फसल में भरी नुकसान उठाना पड़ता है और किसान के पास नयी फसल के लिए बीज भी उपलब्ध नहीं होते | इस bank में समृध्द किसान या फिर जिसका उत्पादन औसतन बेहतर रहा वो एक क्विंटल अनाज इस बैंक में जमा करता है और जब किसी को इस अनाज की आवश्यकता होती है वो अनाज लेता और बदले में फसल के उत्पादन के बाद एक क्विंटल अनाज लौटता है और साथ ही एक क्विंटल अनाज ब्याज (interest) के तौर पर देता है | इस तरह इस village में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोता और उसे किसी के आगे हाथ फैलाना भी नहीं पड़ता |
अन्ना हजारे ने किया गाँव में वाटर शेड बनाकर किया पानी का उपचार
Anna ने यहाँ “Water Shed” भी बनाया | Ralegan Siddhi एक पर्वर्तीय इलाका है जिस कारण यहाँ की भूमि में पानी की कमी थी जिससे सिंचाई की पूर्ति नहीं हो पाती थी परन्तु Water Shed के जरिये villagers ने बूंद-बूंद पानी एकत्र किया जिससे भूमि के जल स्तर में वृध्दि हुई और भूमि उपजाऊ होने लगी |
अन्ना हजारे की हरित क्रांति
1975 में जब Anna Ralegan Siddi में आये थे तब यहाँ केवल 70 acres भूमि उपजाऊ थी जो बढ़कर 2500 acres हो गई |
अन्ना हजारे की श्वेत क्रांति
Anna Hazare न केवल फसल उत्पादन में अपितु दुग्ध उत्पादन में भी वृध्दि करवाई| अच्छी नस्ल के पशुओ को पाला गया और उनका समय समय पर veteran से guidance भी लिया गया जिसमे अच्छी किस्म में वृध्दि हुई जिस कारण दुग्ध उत्पादन में भी वृध्दि हुई |
अन्ना हजारे ने गाँव से हटाया छुआछूत
समाजिक जीवन में व्याप्त छुआछूत जैसी कुरीति को Anna में अपनी समझ से अपने village से हटाया |अब Ralegun Siddi में इस तरह की छुआछूत की कोई जगह नहीं है जबकि सभी आपसी समझ और प्यार से जीवन व्यापन कर रहे है, उच्च वर्गों के लोग दलितों को जीवन व्यापन में सहयोग देते है उनके घर कम कीमत पर बनाते है एवम उनके द्वारा लिए गए कर्जों को निपटाने में भी उनकी सहायता करते है |
अन्ना हजारे ने शुरू किया ग्राम सभा एक्ट
इन्होने Gram Sabha Act को लागु करने के लिए 1998-2006 के बीच campaign किये | Gram Sabha एक लोकतान्त्रिक संगठन है जिसमे मूलतः स्वयम ग्रामवासी अपने ग्राम के विकास की हित है decision लेते है ,सर्वप्रथम राज्यसरकार ने इसका विरोध किया परन्तु जन संगठन के दबाव के कारण उन्हें स्वीकार करना पड़ा| Gram Sabha (an assembly of all adults)|
अन्ना हजारे ने गाँव में शिक्षा के लिए किये कार्य
1932 में , Ralegan Siddhi में एक room का primary school था जिससे Anna ने शिक्षा प्रारंभ की थी | 1962 में स्वयम सेवको के प्रयास से और अधिक classrooms बना दिए गये | 1971में 30% लोग शिक्षित थे जिनमे woman की संख्या बहुत कम थी क्यूंकि man पास के town में जाकर शिक्षा अर्जित कर लेते थे | इस तरह की परेशानी को दूर करने के लिए Ralegan Siddhi के युवाओं ने 1976 में Pre-School और 1979 में high school की शुरुवात की |जिससे शिक्षित वर्ग का अनुपात बढ़ा |
अन्ना के नेत्रत्व में गाँव ने बनाया चेरिटेबल ट्रस्ट
यह के villagers ने एक charitable trust( Sant Yadavbaba Shikshan Prasarak Mandal )बनाया जो की 1979 में registered किया गया | यह सब कार्य केवल Anna Hazare के नेतृत्व में किये गये |
अन्ना हजारे ने भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध आवाज उठाई
1991 में, Anna Hazare ने भ्रष्ट्राचार विरोधी जन आन्दोलन (BVJA) की शुरुवात की,इसी समय इन्होने 40 forest के लकड़ी व्यापारियों के खिलाफ़ आन्दोलन किये परिणाम स्वरूप officers का transfer एवम suspension कर दिया गया | 1997 May में, Vasantrao Naik Bhathya Vimukt Jhtra के खिलाफ़ अनाचार तरीके से power loom की खरीदी का विरोध किया | 4 November 1997 में Gholap ने इनके विरुद्ध मान हानि का दावा किया इन्होने कहा Anna ने इन्हें corrupt कहा |
अन्ना हजारे को जैल भेजा गया
1998 April में Anna Hazare को arrest कर दिया गया इन पर 5000 रूपए का जुर्माना लगा | 9 September 1998 में इन्हें पुनह कैद कर लिया गया इनपर government and political parties के खिलाफ़ बोलने का आरोप था परन्तु जन आन्दोलन के कारण Maharashtra government को इन्हें release करना पड़ा इसके बाद इन्होने मुख्यमंत्री को letter लिखा जिसमे Gholap के खिलाफ़ निर्णय लेने की मांग की गई |27 April 1999 में Gholap ने resign कर दिया |
अन्ना हजारे ने Right To Information Act के लिए आवाज उठाई
2000 में Anna ने state government (Maharashtra) से Right to Informationनियम (enact) बनाने की मांग की जिसे Union Governor ने consider करते हुए Right to information Act 2005 बनाया , जिसे भारत के राष्ट्रपति (president) ने भी स्वीकृति प्रदान की|
अन्ना हजारे ने मंत्रियों के खिलाफ उठाई आवाज और इस्तीफा दिलवाया
2003 में Congress NCP government के 4 Ministers के खिलाफ़ corruption के charge लगाकर उनके विरुद्ध आन्दोलन की आवाज उठाई |9 August 2003 में,इन्होने इसके लिए आमरण अनशन (fast unto death) start किया , जो कि 17 August 2003 को मुख्य मंत्री (chief minister)के द्वारा लिए गये निर्णय के बाद खत्म किया गया था | CM Sushil Kumar Shinde ने एक सदसीय आयोग (one-man commission) का गठन किया जिसका निरीक्षक retired justice P.B. Sawant को बनाया गया , इस आयोग (commission) का उद्देश्य था Anna द्वारा लगाये गये आरोपों की पुष्टि करना |23 February 2005 को Swant ने एक report पैश की जिसके अनुसार Sureshdada Jain,Padmsinh Patil और Nawab Malik को आरोपित और Vijakumar Gavit को निर्दोष साबित किया,March 2005 इस report के बाद Sureshdada Jain और Nawab Malik ने cabinet से इस्तीफा दे दिया|
20 July 2006 में Union Cabinet ने Right to Information Act 2005 में कुछ संशोधन किये जो Anna को पसंद नहीं आये अत: उन्होंने 9 August 2006 से 19 August 2006 तक Alandi में फिर से आमरण अनशन (fast unto death) कर government को पुनह दस्तावेज को बदलने के लिए राज़ी किया |
2006 से पहले ही Anna Hazare अपनी एक अलग लड़ाई भी लड़ रहे थे जिसका पहला मुद्दा था वह government officer जो कि honest है जिनका बार बार transfer कर दिया जाता है उन्हें रोकना और दूसरा मुद्दा था किसी एक file पर किये जाने वाले work को निश्चित एवम उचित समय में खत्म करना | Maharashtra एक अकेला state है जिसने यह law बनाया जिसे Prevention of Delay in Discharge of Official Duties Act 2006 कहा गया जिसके अंतर्गत किसी भी officer को बिना किसी ठोस कारण के 3 years से पहले transfer नहीं किया जायेगा एवम किसी file पर work एक निश्चित समय में पूरा किया जायेगा | इस नियम से corruption कम होने की गुन्जायिशे बढ़ी | Maharashtra पहला और अंतिम state है जहाँ यह rule परन्तु यहाँ भी इसका ठीक से पालन नही किया जाता |
अन्ना हजारे ने अनाज से शराब बनाने का किया विरोध
2007 में Maharshtra government ने 36 लाइसेंस issue किये जिन्हें अनाज से शराब बनाने को मान्यता दि गई|21 March 2010 में Anna ने जान जीवन की सुरक्षा को देखते हुए अनाज से बनने वाली शराब का विरोध किया जिसमे उन्होंने शिरडी में अनशन किया जो 5 दिन चला,इसके बाद Maharashtra government ने स्वीकृती दी लेकिन इस मामले में बड़े बड़े नेताओ के बेटे और relatives involve थे जिस कारण यह पुनह शुरु कर दिया गया |
अन्ना हजारे ने शुरू किया देशव्यापी आन्दोलन
यहाँ तक Anna Hazare के आन्दोलन state तक सिमित थे लेकिन 2011 में Anna ने भष्ट्राचार के विरोध में राष्ट्रव्यापी आन्दोलन शुरु किया इन्होने 5 April 2011 जंतर मंतर New Delhi में अनशन किया जो को 9 April 2011 को खत्म हुआ जिसमे लोकपाल पर पुनह विचार के लिए committee बनाई गई | लेकिन Anna ने 15 August तक का वक्त दिया पुनह निर्माण के लिए | इस आन्दोलन का रूप व्यापक था जो केवल महानगर ही नहीं गाँव गाँव तक जाना गया |
अभी तक Anna Hazare को केवल Maharashtra ही जानता था लेकिन अब पुरे विश्व ने जाना | एक सामान्य व्यक्ति ने Gandhi ji की विचारधारा और उनके कार्य करने के तरीके को युवाओं के सामने सजीव कर दिया | media ने भी इस आन्दोलन को बढ़ाने का असीम प्रयास किया जो कई हद तक सफल रहा, उचित परिणाम तो अबतक नहीं आया परन्तु देश को अपनी आंतरिक शक्ति का आभास हुआ जो अब तक केवल Ralegun Siddhi तक ही सीमित था | इस आन्दोलन में हर वर्ग के लोग शामिल थे | फिल्म industry, खेल जगत, politics, या उच्च शिक्षित वर्ग और हर एक शहर का आम आदमी हर कोई बस एक बात करता “मै अन्ना हूँ”|
अन्ना के आन्दोलन के कारण हुआ “आप” का गठन
इसी आन्दोलन के कारण Delhi में आज Aam Adami party का संगठन हुआ और वो जीत भी पाई क्यूंकि जनता को उसकी भूमिका और शक्ति का आभास हुआ | Anna ने देश को नयी क्रांति दी और सजीव आत्मा से रूबरू कराया अर्थात देश में सब करने की ताकत है यह निर्जीव नहीं है |
Anna Hazare Introduction In Hindi जाने क्या थे अन्ना हजारे |
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