Monday, 21 December 2015

Radio History In Hindi

by Amar Ujala Now  |  in सामान्य ज्ञान at  22:53


भारत में Radio को सबसे पहले Madras Presidency Club 1924 में लेकर आया था| club ने 3 साल radio broadcasting पर काम किया था लेकिन financial मुश्किल के चलते 1927 में club ने इसे बंद कर दिया था| इसी साल 1927 में कुछ Bombay के businessmen ने Indian Broadcasting Company को Bombay और Calcutta में शुरू किया| ये company भी 1930 में fail हो गई और फिर 1932 में Indian government ने इसकी बागडोर अपने हाथों में ले ली और एक अलग से Indian Broadcasting Service नाम का department आरम्भ कर दिया| 1936 में इसका नाम बदलकर All India Radio (AIR) रख दिया गया जिसे communication department देखा करता था| AIR को control director general करता था जिसे Deputy Directors और Chief Engineer मिल कर assist करते थे|

                                    

भारत में radio प्रसारण एक राष्ट्रीय सेवा थी जिसे भारत सरकार द्वारा बनाया गया था और इसे संचालित किया जाता था| AIR ने इस सेवा को आगे बढाया और पुरे देश में radio प्रसारण के लिए station बनवाए| एक बड़े देश के लिए इतनी बड़ी राष्ट्रीय सेवा को देश के हर कोने तक पहुचाना मुश्किल था तो इस मुश्किल को दूर करने के लिए स्वतंत्रता के बाद AIR ने अपने अलग – 2 department बना लिए| इसने 5 regional headquarters बनाए north zone का Delhi में, east zone का Calcutta में, north-east zone का Guwahati में, west zone का mumbai में और south zone का Chennai में|


1957 में All India Radio का नाम बदलकर ‘आकाशवाणी’ रख दिया गया जिसे प्रसारण और सूचना मंत्रालय देखने लगा| स्वतंत्रता के समय देश में सिर्फ 6 radio station हुआ करते थे लेकिन 90 के दशक तक radio का network पुरे देश में फ़ैल चूका था और 146 AM station बन गए थे| Radio के program English, हिंदी, क्षेत्रीय और local language में आया करते थे| 1967 में देश में commercial radio service आरम्भ हुई| इसकी शुरुवात विविध भारतीय और commercial service ने Mumbai headquarters से की| 1990 के मध्य तक देश में प्रसारण के 31 AM और FM station बन चुके थे|


1994 में देश को जोड़ने के लिए 85 FM और 73 wave station बनाये गए| radio प्रसारण भारत में स्वदेशी था यह एक बहुत बड़ा माध्यम था देश की कोने में कोई सन्देश पहुचाने का, इसके द्वारा देश के किसान विस्तृत रूप से खेती की जानकारी प्राप्त कर सकते थे, मौसम, देश – विदेश से जुड़ी बातें आसानी से देश के लोगों तक पहुंचा सकते थे| सन 1970 से 94 तक radio श्रोताओं की संख्या 5 गुना तक बढ़ गई थी| शुरुवात में radio श्रोताओं का ये आकड़ा 14 lakh था लेकिन बाद में सबको चौकांते हुए ये आकड़ा 65 lakh तक पहुँच गया था| India के radio को विदेशी भी सुनना पसंद करते थे जिसके चलते All India radio के External service division द्वारा वहां भी प्रसारण शुरू कर दिया गया| सन 1994 में लगभग 70 घंटे की news और entertainment program 32 software transmitter की मदद से प्रसारित किये जाते थे|


भारत में स्वतंत्रता के बाद radio एक बहुत बड़ा माध्यम बन गया था लोगों तक कोई बात पहुचाने और उनसे जुड़ने का| उस समय कोई और माध्यम हुआ भी नहीं करता था लोगों से जुड़ने का| देश – विदेश से जुड़ी सभी खबरें radio के माध्यम से लोगों तक पहुचाई जाती थी| भारतीय radio एक बहुत बड़ा role अदा किया करता था वह देश के लोगों को एक सूत्र में बांधे रखता था| All India radio का मुख्य केंद्र देश की चेतना और एकता को बढ़ाना था| radio के कार्यक्रम को बनाते समय राष्ट्रीय राजनैतिक एकता बनाये रखना, इस बात पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता था| स्वतंत्रता के बाद जब देश की राजनीती में घमासान मचा हुआ था तब ऐसे कार्यक्रम देश के लोगों को सही राह दिखाते थे|


All India radio ने देश की आर्थिक स्थिती सुधारने में एक मुख्य भूमिका निभाई थी| भारतीय radio में मुख्य रूप से ऐसे कार्यक्रम प्रसारित किये जाते थे जो सामाजिक एकता को बढ़ाने के लिए अग्रसर होते थे| radio के द्वारा देश के लोगों को आधुनिकता और नए तरीके के बारे में भी बताया जाता था| कुछ समय बाद इस देश के इस आधुनिकरण ने television की जगह ले ली और प्रसारण के नए मायने हो गए| लेकिन इसके बावजूद radio देश का एक अनुभवी माध्यम हुआ करता था| ज्ञान, मनोरंजन से जुड़े कार्यक्रम और गानों को radio में सुनना तब भी लोग पसंद किया करते थे| आकाशवाणी और All India radio आज भी एक बड़े network के रूप में पूरी पृथ्वी पर छाए हुए है|

0 comments:

Proudly Powered by Blogger.