Monday 21 December 2015

Indian President ‘Fakhruddin Ali Ahmed’ Facts

by Amar Ujala Now  |  in सामान्य ज्ञान at  02:59

फखरुद्दीन अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed) भारत के पांचवें राष्ट्रपति थे| उनका जन्म 13 मई, 1905 को दिल्ली में हुआ था| उनके पिता का नाम Z.A. अहमद था| वे असम में एक आर्मी डॉक्टर थे| उनके दादा का नाम खलीलुद्दीन अहमद था जो गोलाघाट शहर के निकट कचारीहाट के काज़ी थे| फखरुद्दीन अली अहमद एक नामी और संपन्न मुस्लिम घराने से ताल्लुख रखते थे| उनका परिवार गैर रूढ़िवादी, धर्मनिरपेक्ष एवं देश भक्ति की भावना रखता था|

फखरुद्दीन अली अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed )की प्रारंभिक शिक्षा उत्तर-प्रदेश के गोंडा जिले के सरकारी हाई स्कूल में शुरू हुई थी| जब वे सातवीं कक्षा में थे तब उनके पिता का तबादला दिल्ली में हो गया| 1918 में वे दिल्ली आ गये| मैट्रिक की परीक्षा उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से 1921 में उत्तीर्ण की| आगे की पढाई के लिए उन्होंने दिल्ली के प्रसिद्ध सेंट स्टीफन कॉलेज में दाखिला लिया| तत्पश्चात उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने भारत को छोड़ दिया और इंग्लैंड चले गए| जहां उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अंतर्गत सेंट कैथरीन कॉलेज में दाखिला लिया| 1927 में उन्होंने कानून की शिक्षा पूर्ण कर बैरिस्टर बन गए| 1928 में विधि की शिक्षा संपन्न की| उसके बाद 1931 में वे भारत लौट आए लाहौर हाईकोर्ट में वकालत शुरू कार दी|


फखरुद्दीन अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed ) के राजनैतिक सफ़र की शुरुवात 1931 में भारत वापस आने के बाद हुई जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बने| थोड़े ही समय में वे नेहरूजी, सुभाषचंद्र बोस और भी कांग्रेस नेताओं के करीबी हो गए| 1935 में वें असम विधायिका के रूप में नियुक्त हुए| इसके बाद 1937 में वे असम लेजिस्लेटिव असेम्बली में मुस्लिम सीट से निर्वाचित हुए एवं वित्त और राजस्व मंत्री भी बने| इन्हें असम राज्य की बड़ी ज़िम्मेदारियां दी गईं| कई बार उन्हें जेल यातनाये भी सहन करनी पड़ी| 1946 में उन्होंने असम के एडवोकेट जनरल का पदभार संभाला और 1952 तक इस पद पर बने रहे|

1957 में उन्होंने यू.एन.ओ में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व किया| 1962 में वे फिर से असम विधानसभा के सदस्य बने इस दौरान उन्होंने वित्त, कानून और पंचायत विभागों को संभाला|1964 से 1974 तक वे कांग्रेस कार्य समिति और केन्द्रीय संसदीय बोर्ड में रहे| जनवरी 1966 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें अपने केबिनेट में शामिल किया और उनको सिंचाई, शिक्षा, औद्योगिक विकास, कृषी एवं ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार दिया गया| इसके बाद असम से उन्हें राज्यसभा की सीट मिल गई और वे संसद पहुँच गए| इन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में भी 14 नवम्बर 1966 से 12 मार्च 1967 तक कार्य किया 1971 में उन्हें लोकसभा सीट मिल गई और Fakhruddin Ali Ahmed खाद्य मंत्री के रूप में नियुक्त हुए| 1974 तक उन्होंने इस पद पे कम किया|

25 अगस्त, 1974 को फखरुद्दीन अली अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed )को राष्ट्रपति पद से नवोदित किया गया| वे एक गंभीर और अनुकरणीय व्यक्तित्व वाले इंसान थे| वे एक संपन्न परिवार के थे जिसकी झलक उनके व्यक्तित्व में साफ नजर आती थी| शोषण के खिलाफ फखरुद्दीन अली सबसे आगे होते थे|


11 फ़रवरी सन 1977, फखरुद्दीन अली अहमद (Fakhruddin Ali Ahmed )का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया| भारत के चौथे राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद घनिष्ट मित्र थे| ये संयोग ही है की दोनों राष्ट्रपति थे और दोनों की म्रत्यु राष्ट्रपति भवन में दिल का दौरा पड़ने से ही हुई|

फखरुद्दीन अली अहमद(Fakhruddin Ali Ahmed ) की स्मृति में भारत सरकार द्वारा डाक टिकट जारी किया गया| उन्हें कभी किसी एक भाषा को अहमीयत देना सही नहीं लगा, उनके हिसाब से सरकार द्वारा किसी एक भाषा को तव्चो देना गलत है| उनका कहना था जनता को ये निर्णय लेना चाहिए वो कौनसी भाषा बोलना चाहती है, भाषाओं को जबरन थोपना ठीक नहीं| धर्मनिरपेक्ष नीति के लिए फखरुद्दीन अली अहमद को हमेशा याद किया जाएगा|

Indian President ‘Fakhruddin Ali Ahmed’ Facts In Hindi यह ब्लॉग हिंदी पाठको की सुविधा के लिए लिखा गया हैं | अगर लिखी गई जानकारी के अलावा आप कुछ Indian President ‘Fakhruddin Ali Ahmed’ Facts के बारे में कुछ कहना चाहते हैं तो हमे कमेंट बॉक्स में लिखे |

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