स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है , जितना जरुरी सांस लेना है, भोजन लेना है, पानी पीना है उतना ही जरुरी अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी हैं | दिन भर की भाग दौड़ के बाद व्यक्ति को कुछ मिनिट ही सही पर अपने आप को वक्त देना जरुरी है | किसी भी तरह का व्यायाम करिए पर कुछ वक्त अपने आपको देना ही चाहिए | योग साधना एक ऐसी विधा है जिससे ना केवल शरीर स्वस्थ होता है अपितु मानसिक शांति भी मिलती है | और आज की तनाव भरी जिन्दगी में कुछ पल का आराम बहुत जरुरी है |सूर्यनमस्कार Surya Namaskar Steps In Hindi:
Pranamasana प्रणामासन:
हाथ जोड़ कर उसे ह्रदय के पास रखा जाता है | दोनों पैरो को भी आपस में जोड़कर रखते है और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखा जाता है इसेनमस्कार की मुद्रा कहते है जिससे शरीर में नयी उर्जा का प्रवास होता है और साथ ही अनाहत या प्राणिक केंद्र जागृत होता हैं Hasta Uttanasana हस्त उत्तनासनाहाथ को खींचकर उपर की तरफ ले जाते है और पीछे की तरफ पुरे शरीर को जितना हो सके झुकाते है जिससे छाती और पेट आगे की तरफ निकल जाता है और स्वांस अन्दर की तरफ खींचेत है |
Pada Hastasana पद हस्तासना:पुरे शरीर को आगे की तरफ झुकाते हैं और ध्यान रखे की रीढ़ की हड्डी झुंकने न दे साथ ही कन्धों को भी सीधा रखने की कोशिश करें साथ ही अपने हांथों से पैर के पंजे को स्पर्श करे, ध्यान रखें अपने घुटनों को सीधा रखें सोहलियत के हिसाब से थोड़ा सा घुटने को मोड़ सकते हैं | जितना हो सके उतना ही झुकना सही होता है जरुरत से ज्यादा शरीर को तकलीफ ना दे | धीरे धीरे आप यह कर पाएंगे | यह योग बहुत महत्वपूर्ण हैं इससे पाचन क्रिया ठीक होती है साथ ही महिलाओं की मासिक सबंधी परेशानियों में भी सुधार होता है | इससे मानसिक विकारों में भी सुधार होता है क्यूंकि इससे रक्त का बहाव मस्तिष्क की तरफ बढ़ता है |
Ashwa Sanchalanasana अश्व संचालानासन: पिछले आसन में आप झुकें हुए थे उसी मुद्रा में दोनों हांथों की हथेलियों को फर्श पर रखें और अपने दाहिने पैर के घुटने को मोड़े और उसे दोनों हांथों के बीच रखें और बायें पैर को पीछे की तरफ ले जाए साथ ही पीठ को जितना हो सके उतना पीछे की तरफ झुंकाए और छाती को आगे रखें |
Parvatasana पर्वतासन:अब दाहिने पैर को भी पीछे की तरफ ले जाएँ और बायें पैर के समान्तर रखें साथ ही सिर को दोनों हांथों के बीच से घुटनों की तरफ खींचे जितना हो सके और अपने पैर के पंजों को फर्श पर पूरी तरह चिपका कर रखें | एक पर्वत का आकार बनायें | जितना हो सके रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और खींचे , पैर की पिंडलियों को भी खीचे| इस आसन से पुरे शरीर में रक्त चाप बढ़ता है और स्फूर्ति आती है |
Sashtanga Namaskar साष्टांग नमस्कार :धीरे से अपने पैरों के घुटनों,छाती एवम ठुड्डी को फर्श पर रखें लेकिन पेट को फर्श से उपर ही रखें और हांथों को छाती के समान्तर विपरीत दिशा में रखें |
Bhujangasana भुजंगासन:
हाथों को पूर्व स्थान पर ही रखें और पेट को फर्श पर स्पर्श करते हुए, एक धनुष का आकार ले और रीढ़ की हड्डी को पीछे की तरफ खींचे| इससे पेट के रोग दूर होते है , मस्तिष्क का तनाव कम होता है |
Parvatasana पर्वतासन
हाथों को उसी स्थान में रखें, दोनों पैरों के तलवे को फर्श पर चिपका कर रखें और पीठ को पर्वत के आकार में मोड़े |
Ashwa Sanchalanasan अश्व संचालानासन::अश्व संचलानासना: अपने बायें पैर को दोनों हांथो के बीच रखे और घुटने को मोड़े, दाहिने पैर को पीछे ही रखे और रीढ़ की हड्डी को पीछे के तरफ जितना हो सके झुंकाएं| और छाती को आगे की तरफ रखें |
Pada Hastasana पद हस्तासन:दोनों पैरो को फर्श पर रखें और हाथों की उंगलियों से पैरो की उँगलियों को पकडे और पैरों को फर्श से लम्बवत रखें | और सिर को घुटनों से स्पर्श करने की कोशिश करें | जितना हो सके उतना ही करे शरीर को कष्ट ना दें |
Hasta Uttanasana हस्त उत्तानासन :हांथों को समान्तर फैला कर पीछे की तरफ ले जाएँ और रीढ़ की हड्डी को पीछे की तरफ झुकाएं |
Pranamasana प्रणामासन:दोनों हाथों को जोड़कर ह्रदय के पास रखे, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखे और नमस्कार की मुद्रा में खड़े रहे |इस तरह यह 12 आसनों को अर्धसूर्यनमस्कार हैं | अब इन्ही आसनों को इसी क्रम में पुनः पहले बाये और बाद में दाहिने पैर के साथ दौहाराए| इस तरह एक चक्र पूरा माना जाता है | इसलिए सूर्यनमस्कार हमेशा सम संख्या में गीना जाता है |वास्तव में सूर्यनमस्कार 4 चरणों में होता है पहले 12 योग दाहिने अथवा बाएं पैर से किये जाते है जिनमे पहले 6 योग अलग अलग होते है और उसके बाद के 6 योग उनका विपरीत रूप होते है इस प्रकार इन दो चरणों से पहला अर्धसुर्यनमस्कार पूरा होता है | उसके बाद विपरीत पैर दाहिने अथवा बांये (जो भी पहले चरण में लिया हो उसका उल्टा ) से पुनह 12 योग को दौहराया जाता है जिनमे 6 भिन्न भिन्न योग और बाद के 6 उनके विपरीत होते है |
योग साधना का एक महत्वपूर्ण योग सूर्य नमस्कार Surya Namaskar Steps In Hindi है | यह 12 चरणों की एक योगसाधना है :
- सूर्यनमस्कार दो चरणों में पूरा माना जाता है प्रत्येक चरण में 12 योग शामिल है प्रत्येक चरण को अर्धसुर्यनमस्कार कहा जाता है 24 योग के बाद इसे पूर्ण सूर्यनमस्कार कहते है |
- सूर्यनमस्कार को सदैव सम संख्या में ही पूरा माना जाता है |
- इसके बहुत से फायदे है अगर इसे धीमी गति से करते है तो मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है और तीव्र गति से करते है तो शारीरिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है |
- स्वांस को छोड़ना एवम लेना एक मत्वपूर्ण क्रिया है किसी भी योग में | सदैव नाक से स्वांस लेना एवम मुंह से छोड़ना चाहिए जिससे हमारे शरीर के टोक्सिन बाहर निकलते है और नयी उर्जा हमारे अन्दर आती है |
- योग से व्यक्ति का दृष्टिकोण सात्विक बनता है | उसमे धेर्यता का वास होता है और ऐसा व्यक्ति सदेव खुश एवम सुखी रहता है |
- इससे मानसिक, शारीरिक परेशानियों से निज़ात मिलता है | महिलाओं को मासिक में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है |
- इससे सबसे पहले किसी गुरु के साथ ही करे | गलत आसन करने से उलटे परिणाम सामने आते है |
- धीरे धीरे आपके शरीर में स्फूर्ति एवम लचीलापन आने लगेगा | पर कुछ वक्त के प्रयास के बाद परिणाम मिलेगा |
- इससे आत्मविश्वास बढ़ता है एवम मन एकाग्रचित्त होता है |
- इससे आकर्षित शरीर की बनावट एवम स्वस्थ्य मस्तिष्क मिलता है |
Whole description of Surya Namaskar Steps In Hindi table form:
क्र. | Name of Aasan | SuryaManatra | Image of Aasan |
1. | Pranamasana प्रणामासन | ॐ मित्राय नम: | |
2. | Hasta Uttanasana हस्त उत्तानासन | ॐ रवये नम: | |
3. | Pada Hastasana पद हस्तासन | ॐ सूर्याय नम: | |
4. | Ashwa Sanchalanasana अश्व संचलानासना | ॐ भानवाये नम: | |
5. | Parvatasana पर्वतासन | ॐ खगये नम: | |
6. | Sashtanga Namaskar साष्टांग नमस्कार | ॐ पूष्णे नम: | |
7. | Bhujangasana भुजंगासन | ॐहिरण्यगर्भाय नम: | |
8. | Parvatasana पर्वतासन | ॐ मरिचाये नम: | |
9. | Ashwa Sanchalanasana अश्व संचलानासना | ॐ आदित्याय नम: | |
10. | Pada Hastasana पद हस्तासन | ॐसवित्रे नम: | |
11. | Hasta Uttanasana हस्त उत्तानासन | ॐ आकराय नम: | |
12. | Pranamasana प्रणामासन | ॐ भास्कराय नम: |
पूरी उम्मीद है कि आपको इस article से मदद मिलेगी |
Surya Namaskar Steps In Hindi आपकी सेहत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं
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